नगर में संचालित जिला थोक उपभोक्ता सहकारी भंडार के चुनाव मंगलवार को हुए। इसमें संचालक मंडल के चुनाव में 11 सदस्यीय संचालक मंडल चुनना था। इसके लिए चुनाव अधिकारी ने कार्यक्रम भी जारी किया था, लेकिन इस चुनाव में सहकारिता से जुड़े कांग्रेस नेताओं ने किसी प्रकार की रुचि नहीं दिखाई। इसके चलते 11 में से 9 पदों के लिए हुए चुनाव में इन पदों पर एक-एक आवेदन आने से उन्हें निर्विरोध निर्वाचित कर दिया। दो पद लिए चुनाव नहीं होने पर अब उसमें सदस्य को नामित कर दिया जाएगा।
सनद रहे कि बीते 15 साल में इस संस्था पर भाजपा समर्थित संचालक मंडल काबिज रहा है। इसमें मुश्किल से एक या दो सदस्य ही कांग्रेस के जीत पाते थे। पिछले चुनाव ेमें कांग्रेस ने इस चुनाव में अपनी ताकत झोंकी थी, लेकिन सफलता प्राप्त नहीं कर पाई थी।
गुपचुप तरीके से हुए चुनाव
जिला थोक उपभोक्ता सहकारी भंडार के संचालक मंडल के चुनाव भाजपा के एक गुट ने बहुत ही गुपचुप तरीके से सम्पन्न करा लिया। संचालक मंडल में अपने पदाधिकारियों को काबिज करा दिया । इस ग्रुप को कांग्रेस से ज्यादा भाजपा के ही दूसरे धड़े के सक्रिय होने का डर था। यह धड़ा सक्रिय हो जाता तो उनके लिए परेशानी खड़ी हो जाती।
यह कैसे होगी एकजुटता
जहां कांग्रेस में एकजुटता की बात चल रही है। वहीं जिला थोक उपभोक्ता भंडार के चुनाव को लेकर कांग्रेस के कुछ जिम्मेदार इस सहकारिता से जुड़ा अलग सेक्टर बता रहे हैं। उनका कहना है कि इस सेक्टर को पहले महेंद्रसिंह कालूखेड़ा व अन्य नेता देखते थे। इसमें जिला कांग्रेस हस्तक्षेप नहीं करती है।
थोक उपभोक्ता भंडार के चुनाव कब हुए, हमें पता ही नहीं चला। अगली बार जब चुनाव होंगे तब पूरी ताकत से पार्टी लडे़ंगी।
– प्रभु प्रकाश राठौर, जिलाध्यक्ष कांगे्रस
ये रणनीति की जीत है
हमारा संगठन चुनाव रणनीति बनाकर लड़ता है। ये रणनीति की जीत है। अन्य दल के लोग क्यों नहीं लडे़ इस बारे में वे जाने।
– विष्णु त्रिपाठी, जिला महमंत्री, भाजपा