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लघु उद्योगों को दिया जाए बढ़ावा तो सुधरेगी आर्थिक स्थिति

locationरतलामPublished: Jun 19, 2020 05:42:25 pm

Submitted by:

Yggyadutt Parale

पत्रिका की ऑनलाइन चर्चा में सिंधी समाज के प्रबुद्ध जनों ने रखी अपनी राय

लघु उद्योगों को दिया जाए बढ़ावा तो सुधरेगी आर्थिक स्थिति

लघु उद्योगों को दिया जाए बढ़ावा तो सुधरेगी आर्थिक स्थिति

रतलाम. शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में लघु उद्योगों को शुरू किया जाए जिससे कि स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके। लघु उद्योग से स्थानीय स्तर पर ही हर प्रकार की सामग्री का निर्माण हो सकेगा और बाहर से बुलवाए जाने वाले सामान पर निर्भरता कम होगी। ऐसा होने से देश की इकोनॉमी को गति मिलेगी और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। यह कहना था सिंधी समाज के प्रबुद्धजनों का जिनके द्वारा पत्रिका की ऑनलाइन परिचर्चा में जुड़ कर देश की आर्थिक गतिविधियों को गति देने के लिए अपने बेहतर सुझाव दिए गए।
कम करना होगी ब्याज दरें
– उद्योगपतियों की हिम्मत खोलना होगी। बैंकों को लंबे समय के लिए ब्याज दरें और कम करना होगी जिससे कि लोगों को राहत मिल सके और जिन लोगों के द्वारा उद्योग और व्यापार के लिए लोन लिया गया है, उन्हें राहत मिल सके। उन्हें राहत मिलेगी तो नए सिरे से उद्योग धंधे फिर से शुरू होंगे और लोगों को रोजगार मिल सकेगा।प्रकाश सेवलरमानी,
बढ़ गई औपचारिकताएं
– बैंक से किसी भी प्रकार के लोन लेने के लिए औपचारिकताएं बहुत बढ़ गई है, उन्हें कम करके जरूरतमंदों को बैंकों के माध्यम से लोन दिलाना चाहिए जिससे कि व्यापार व्यवसाय में गति आ सके और लोगों को रोजगार मिल सके। हर व्यवसाय की तरह प्रॉपर्टी बाजार भी बिखर गया है। इसमें सरकार को चाहिए कि अगले 1 वर्ष तक गाइडलाइन को नहीं बढ़ाया जाए और पंजीयन शुल्क कम किया जाए।चंदू शिवानी,
स्थानीय लोगों को दे रोजगार
– एक व्यक्ति के मास्क पहनने से 60त्न बीमारी रुकेगी और यदि दोनों ने मांस का बढऩा है तो 80त्न तक इसे रोका जा सकता हैं। सरकार को चाहिए कि मशीनों के बजाय आम लोगों से काम लिया जाए, भले ही एक दिन का काम 5 दिन में हो लेकिन इससे लोगों को रोजगार तो मिल सकेगा। पीपीई किट बनना मुश्किल नहीं है, यदि रतलाम में एक प्लांट डाल दिया जाए तो कम कीमत में आसानी से यह उपलब्ध हो जाएगी और लोगों को रोजगार भी मिल जाएगा।डॉ नीलेश वाधवानी,
बाहर निकलने से ही आएगी इकोनॉमी
– जब तक हम बाहर निकल कर आगे नहीं आएंगे तब तक इकोनॉमी पटरी पर नहीं आएगी। हमें घर से बाहर निकल कर सावधानीपूर्वक काम करना होगा। वैक्सीन आने तक हमें इसी प्रकार से काम करना होगा जिससे कि लोगों को काम भी मिले और देश की इकोनॉमी में भी ग्रोथ हो सके।प्रकाश लखानी,
लघु उद्योगों की जरूरत
– बाहर से आए श्रमिक जिस गांव में है, वहां पर उन्हें लघु उद्योग की शुरुआत कराई जाए। छोटे उद्योगों के लिए नियमों का सरलीकरण होना बहुत जरूरी है जिससे कि लोग इसे आसानी से चालू कर सके। हम लोगों को भी अब स्वदेशी अपनाना होगा। बाहर से आने वाले माल को कम करके अपने ही देश में उत्पादन बढ़ाना होगा जिससे कि हमारे यहां के लोगों को रोजगार मिल सकेगा।हरीश चांदवानी,
जरूरी है उद्योगों को शुरू करना
– तीन माह के लॉकडाउन के बाद अब उद्योगों को शुरू करना बहुत जरूरी हो गया है। सरकार ने जिस तरह से आर्थिक पैकेज की घोषणा की है, उसका वास्तविक स्वरूप में अमल में आना बहुत जरूरी है जिससे लोगों को इसका फायदा मिल सके। जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता दी जाए जिससे कि वे फिर से अपने काम धंधे को शुरू कर सकें। असामाजिक गतिविधियों को भी गति मिले और रुके हुए सरकारी काम फिर से शुरू हो जिससे लोगों को रोजगार मिल सके।मुकेश नैनानी,
निम्न वर्ग को मिले रोजगार
– सावधानी के साथ आर्थिक गतिविधियों का फिर शुरू होना बहुत जरूरी था। निम्न वर्ग वर्ग मजदूर वर्ग की आर्थिक स्थिति विकट होती जा रही है। लवण के खुलने के बाद अब परिवहन सुविधा भी जल्द शुरू हो जिससे कि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले श्रमिक व अन्य लोग काम करने के लिए शहर तक आसानी से पहुंच सके। उनके शहर में आने से काम को गति मिलेगी और उन्हें भी रोजगार मिलेगा।आनंद कृष्णानी
टैक्स में मिले छूट
– व्यापारी और उद्योगपतियों को टैक्स में छूट मिलना चाहिए। वर्तमान हालातों को देखते हुए कुछ समय के लिए सरकार को विशेष रूप से जीएसटी में राहत देने का काम करना चाहिए जिससे कि हमारा व्यापार व्यवसाय फिर से पटरी पर आ सके। टैक्स के सरलीकरण से काफी हद तक बड़े स्तर पर व्यापार व्यवसाय करने वालों को राहत मिलेगी तो निश्चित ही लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे।राजू
बैंक की ईएमआई नहीं कटना चाहिए
– लॉकडाउन के दौरान सरकार के द्वारा व्यापारियों व्यवसायियों को बैंक लोन की ईएमआई पर ब्याज नहीं लगने की बात कही गई थी लेकिन बैंकों ने उसे 3 महीने के लिए रोक कर आगे बढ़ा दिया जो नहीं होना था। हमें इसमें पूरा लाभ मिलना था सरकार को सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए फायदा देना चाहिए जिससे कि आर्थिक गतिविधियों को गति मिल सके सुरेश
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