जिस प्रकार से शिक्षा की कोई उम्र नहीं होती है, ठीक उसी प्रकार से किसी भी उम्र में हम कोई भी काम कर सकते हैं। बदलते समय के साथ हमें अभी स्मार्ट वर्क करने की जरूरत है। रतलाम के विकास को लेकर सबकी अपनी जिम्मेदारी है, उससे हम मुंह नहीं मोड़ सकते हैं। उसी को विकास में अपना सहयोग देना होगा।
यहां भी संभावना है
लोग आज बेहतर काम की तलाश में अपने घर को छोड़कर अन्य शहरों में जाकर काम कर रहे हैं। काम अपने शहर में रहकर भी व्यापार-व्यवसाय बेहतर ढंग से कर सकते हैं। बाहर जाकर काम करने में हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन यदि हम अपने ही शहर में रहकर काम करेंगे तो हम कई तरह की परेशानियों से बच सकते हैं।
रतलाम में बने यूथ क्लब
रतलाम में भी एक यूथ क्लब बनना चाहिए जिसके माध्यम से युवाओं को वह जो कुछ चाहते हैं उससे जुड़ी हर जानकारी दी जा सके। हमारे यहां के युवाओं को यह पता ही नहीं है कि वह शिक्षा के क्षेत्र में कहां जा सकते हैं और किस तरह से शासन की योजनाओं का उन्हें लाभ मिल सकता है या फिर वह क्या नया व्यापार व्यवसाय कर सकते हैं।
वर्तमान में हमारे यहां ऐसी कोई अच्छी डेवलपमेंट इंडस्ट्री नहीं है जिसके कारण लोगों को काम के लिए बाहर जाना पड़ता है। यदि हमें यहीं पर अच्छे रोजगार के अवसर मिलेंगे तो कोई भी अपना घर छोड़कर बाहर नहीं जाएगा। आज कई लोग एक-दूसरे पर निर्भर हैं, यदि हम खुद अपने स्तर पर कोई इंडस्ट्रीज शुरू कर दे तो हमें अपने क्षेत्र के लोगों को रोजगार देने का अवसर मिलेगा और लोगों की परेशानी दूर होगी।
क्षेत्र का विकास जरूरी
हम लोगों को बेहतर पढ़ाई के बाद काम सीखने के लिए बड़ी कंपनियों में जाकर काम करना चाहिए और फिर वहां से लौटकर अपने क्षेत्र में व्यापार व्यवसाय शुरू करना होगा जिससे कि हम अपने घर पर रहकर अपने ही लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान कर सकें, हमारे ऐसा करने से कई परिवारों के घर के चूल्हे जल सकेंगे।
आज नगर निगम को स्वच्छता के लिए हमें जगाना पड़ रहा है जबकि जिंदगी हम ही लोग करते हैं जब तक हम अपने से नहीं जाएंगे तब तक हम न तो अपना विकास कर सकेंगे और न अपने शहर का। लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझ ना होगी और यदि कोई सड़क पर या सार्वजनिक स्थल पर गंदगी करे तो उसे रोकना होगा। यदि कोई उस नहीं होता तो हम भी उसे उठा सकते हैं, इसमें कोई शर्म की बात नहीं होगी। ऐसा करने से अपने ही शहर को हम साफ और स्वच्छ दिखा सकेंगे।
सोच बदलने की जरूरत
हमें यूथ की सोच बदलने की जरूरत है। बीते कुछ सालों में हमारे क्षेत्र का विकास तो हुआ है उसके बाद भी लोग आज भी इंदौर जाना पसंद करते हैं। हमें बस यही सोच बदलने की जरूरत है कि हम अपने शहर को छोड़कर कहीं और काम के लिए जाएं यदि यही रह कर काम करेंगे तो हमारे ही क्षेत्र का विकास होगा।
इंदौर में बहुत सारी कंपनियां है इसलिए रतलाम के लोग काम के लिए वहां जाना पसंद करते हैं। यदि हमारे यहां भी कंपनियां आ जाए तो हमारे बीच के लोगों को अपने घर से दूर नहीं जाना होगा। हमारे यहां के खिलाड़ी भी ओलंपिक का हिस्सा बन सकते हैं लेकिन हमें वह सुविधाएं यहां नहीं मिल पाती जिस कारण से हम बहुत ज्यादा ऊपर तक नहीं पहुंच पाते हैं। विकास के साथ ही हमें बालिका सुरक्षा पर भी काम करना होगा।