स्टेशन रोड थाना पुलिस ने पीएम आवास घोटाले के मामले में जांच के लिए गुरुवार को नगर निगम के उपयंत्री सुहास पंडित उम्र 53 वर्ष निवासी कस्तूरबा नगर और सहायक यंत्री एमके जैन उम्र 58 वर्ष निवासी घांस बाजार को थाने पर तलब किया था। यहां इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दोपहर बाद दोनों को न्यायालय ले जाया गया। यहां न्यायालय ने मामले की सुनवाई करते हुए दोनों आरोपियों को ११ अप्रैल तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
13 लाख का है आवास घोटाला
योजना के बीएलसी घटक में में 13 लाख का घोटाला इन लोगों के द्वारा चयनित हितग्राही की सूची में 13 हितग्राहियों के नाम बदलकर इस घोटाले को अंजाम दिया गया था। दीपक सेडमैप कंपनी का कम्प्यूटर ऑपरेटर था, जिस पर सूची में नाम इधर से उधर करने का आरोप है।अब तक पांच आरोपी गिरफ्तार
योजना के बीएलसी घटक में में 13 लाख का घोटाला इन लोगों के द्वारा चयनित हितग्राही की सूची में 13 हितग्राहियों के नाम बदलकर इस घोटाले को अंजाम दिया गया था। दीपक सेडमैप कंपनी का कम्प्यूटर ऑपरेटर था, जिस पर सूची में नाम इधर से उधर करने का आरोप है।अब तक पांच आरोपी गिरफ्तार
अब तक कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में पूर्व में 20 मार्च को पुलिस ने छह माह से फरार चल रहे मास्टर माइंड दीपक कुमावत निवासी राजस्व कॉलोनी को गिरफ्तार कर रिमांड लिया था। उसके बाद 22 मार्च को उसका रिमांड खत्म होने पर न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया था। इसके पूर्व 31 दिसंबर को शाहिद पिता सलीम खान निवासी ऑफिसर कॉलोनी और जाकीर पिता मो. हुसैन निवासी पीएंडटी कॉलोनी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
मुंह छिपाते नजर आए उपयंत्री:
मुंह छिपाते नजर आए उपयंत्री:
नगर निगम के दो बड़े अधिकारियों की गिरफ्तारी और उन्हे जेल भेजे जाने के आदेश की जानकारी नगर निगम के कर्मचारियों सहित न्यायालय परिसर में मौजूद अन्य लोगों को मिली तो यहां पर इन दोनों को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। अपने किए पर पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद पुलिस द्वारा जेल ले जाने के दौरान दोनों अधिकारी अपने मुंह छिपाते रहे। वहीं इनके साथ के लोग भी इनके फोटो लेने पर भड़क गए।