नामली में पीएम आवास योजना के गड़बड़ी की शिकायत यहां के पार्षद प्रकाश कुमावत ने 1 जुलाई को जनसुनवाई में कलेक्टर रुचिका चौहान से की थी। इसमें बताया था कि वर्तमान नगर परिषद के जिम्मेदारों ने उनके परिचितों और रिश्तेदारों को ही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है, जबकि वास्तविकता में जो लोग पात्र और गरीब है उन्हें आज तक इसका लाभ नही मिला है। शिकायत के बाद कलेक्टर ने जांच के लिए ग्रामीण एसडीएम सहित, नामली तहसीलदार प्रेमशंकर पटेल, रतलाम तहसीलदार पीहू कुरील के साथ दस पटवारियों की जांच टीम गठित की थी।
चार माह में हुआ खुलासा
शिकायत के बाद कलेक्टर के निर्देश पर टीम के गठन होने के बाद चार माह तक मामले की जांच चली। इसमें कुल 766 हितग्राहियों का सत्यापन किए जाने पर सिर्फ 430 हितग्राही पात्र पाए गए, शेष 336 अपात्र पाए गए। जिनके खातों में पीएम आवास योजना के तहत शासन द्वारा राशि भी डाली जा चुकी है। अब प्रशासन इन सभी अपात्रों को नोटिस जारी कर वसूली करेगा। यदि कोई राशि जमा कराने में आनाकानी करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में एसडीएम ग्रामीण ने आदेश जारी कर दिए है ।
शिकायत के बाद कलेक्टर के निर्देश पर टीम के गठन होने के बाद चार माह तक मामले की जांच चली। इसमें कुल 766 हितग्राहियों का सत्यापन किए जाने पर सिर्फ 430 हितग्राही पात्र पाए गए, शेष 336 अपात्र पाए गए। जिनके खातों में पीएम आवास योजना के तहत शासन द्वारा राशि भी डाली जा चुकी है। अब प्रशासन इन सभी अपात्रों को नोटिस जारी कर वसूली करेगा। यदि कोई राशि जमा कराने में आनाकानी करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में एसडीएम ग्रामीण ने आदेश जारी कर दिए है ।
इनका कहना है
पूरी हो गई जांच
– नामली में प्रधानमंत्री आवास की जांच पूरी हो चुकी है, जांच में कई गंभीर अनियमितताएं निकल कर सामने आई है। 766 में से 430 पात्र और 366 अपात्र लोगों पाए गए है। अपात्रों से वसूली के साथ ही उन पर कार्यवाही करने के निर्देश जारी कर दिए है।
प्रवीण फुलपगारे, एसडीएम ग्रामीण
पूरी हो गई जांच
– नामली में प्रधानमंत्री आवास की जांच पूरी हो चुकी है, जांच में कई गंभीर अनियमितताएं निकल कर सामने आई है। 766 में से 430 पात्र और 366 अपात्र लोगों पाए गए है। अपात्रों से वसूली के साथ ही उन पर कार्यवाही करने के निर्देश जारी कर दिए है।
प्रवीण फुलपगारे, एसडीएम ग्रामीण