पीएमओ में दर्ज हुई शिकायतों पर में पहले पायदान पर जिला पंचायत रतलाम है। यहां स्थानीय स्तर पर शिकायतों का निराकरण नहीं होने के चलते आमजन का विश्वास भी अब यहां के अधिकारियों से उठने लगा है, जिसके चलते पीडि़त अब सीधे पीएमओ में शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहे है। पीएमओ में दर्ज जिले की शिकायतों में सर्वाधिक करीब ७० शिकायतें जिला पंचायत से जुड़ी है, जिनका निराकरण अब तक नहीं हो सका है। एेसे में पीएमओ में शिकायत पहुंचने के बाद वहां पदस्थ अधिकारियों ने इनका तत्काल निराकरण कर उन्हे अवगत कराने के निर्देश भी जारी किए है।
दो दर्जन से ज्यादा विभागों की शिकायतें
पीएमओ में रतलाम जिले के दो दर्जन से अधिक विभागों की शिकायतें दर्ज है। इनमें मुख्य रूप से जिला पंचायत रतलाम, नगर पालिका निगम, एसडीएम कार्यालय शहर, एसडीएम कार्यालय जावरा, एसडीएम कार्यालय आलोट, एसडीएम ग्रामीण कार्यालय, शहरी विकास अभिकरण, पीएमजीएसवाय, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लीड बैंक, पीडब्ल्यूडी, महिला बाल विकास विभाग, आबकारी विभाग, उद्योग विभाग, खाद्य विभाग, एमपीईबी, आरटीओ, कृषि विभाग, वन विभाग, उद्यानिकी विभाग, जिला शिक्षा केंद्र, रतलाम विकास प्राधिकरण सहित अन्य विभागों की शिकायतें शामिल है।
पीएमओ में रतलाम जिले के दो दर्जन से अधिक विभागों की शिकायतें दर्ज है। इनमें मुख्य रूप से जिला पंचायत रतलाम, नगर पालिका निगम, एसडीएम कार्यालय शहर, एसडीएम कार्यालय जावरा, एसडीएम कार्यालय आलोट, एसडीएम ग्रामीण कार्यालय, शहरी विकास अभिकरण, पीएमजीएसवाय, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लीड बैंक, पीडब्ल्यूडी, महिला बाल विकास विभाग, आबकारी विभाग, उद्योग विभाग, खाद्य विभाग, एमपीईबी, आरटीओ, कृषि विभाग, वन विभाग, उद्यानिकी विभाग, जिला शिक्षा केंद्र, रतलाम विकास प्राधिकरण सहित अन्य विभागों की शिकायतें शामिल है।
कलेक्टर ने भी दिए थे निर्देश
पीएमओ में रतलाम जिले की शिकायतों का अंबार लगने पर कलेक्टर ने भी नाराजगी जताई थी। उनके द्वारा करीब दो सप्ताह पूर्व भी समीक्षा बैठक में इस बात के निर्देश दिए गए थे कि सभी विभाग प्रमुख उनके विभाग से जुड़ी शिकायतों का तत्काल निराकरण कर अवगत कराए, लेकिन उसके बाद भी अब तक हालत में सुधार नहीं हो सका है। कलेक्टर द्वारा पूर्व में की गई समीक्षा के दौरान भी यह आंकड़ा करीब २७५ के करीब था, जो आज की स्थिति में इसके करीब ही है।
पीएमओ में रतलाम जिले की शिकायतों का अंबार लगने पर कलेक्टर ने भी नाराजगी जताई थी। उनके द्वारा करीब दो सप्ताह पूर्व भी समीक्षा बैठक में इस बात के निर्देश दिए गए थे कि सभी विभाग प्रमुख उनके विभाग से जुड़ी शिकायतों का तत्काल निराकरण कर अवगत कराए, लेकिन उसके बाद भी अब तक हालत में सुधार नहीं हो सका है। कलेक्टर द्वारा पूर्व में की गई समीक्षा के दौरान भी यह आंकड़ा करीब २७५ के करीब था, जो आज की स्थिति में इसके करीब ही है।
पीएमओ में शिकायत में टॉप पांच विभाग
क्रं. – विभाग – संख्या
1. – जिला पंचायत – 70
2. – नगर पालिका निगम – 53
3. – एसडीएम कार्यालय जावरा – 43
4. – एसडीएम कार्यालय शहर – 20
5. – शहरी विकास अभिकरण – 11
क्रं. – विभाग – संख्या
1. – जिला पंचायत – 70
2. – नगर पालिका निगम – 53
3. – एसडीएम कार्यालय जावरा – 43
4. – एसडीएम कार्यालय शहर – 20
5. – शहरी विकास अभिकरण – 11
इनका कहना है
फिर करेंगे समीक्षा
– अब तक लंबित शिकायतों के संबंध में फिर से समीक्षा की जाएगी, जिन प्रकरणों का निराकरण नहीं हुआ होगा, उनके लिए फिर से संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर तत्काल कार्रवाई कराई जाएगी।
रुचिका चौहान, कलेक्टर