तालाब में सीवरेज लाइन डाले जाने की सूचना पार्षद सीमा टांक को मिलने पर वह सोमवार को अन्य पार्षद व एल्डरमैन सहित निगम अधिकारियों को लेकर मौके पर पहुंची। टांक ने ताल में सीवरेज की लाइन का विरोध करते हुए उसे तत्काल बाहर कहीं और से शिफ्ट किए जाने की बात कही। उनका कहना था कि हनुमान ताल लोगों की आस्था का केंद्र है और अब यह एक पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित हो चुका है। यहां पर हनुमान जी का मंदिर भी है, जहां पर हर रोज श्रृद्धालु आते है, एेसे में ताल में सीवरेज का गंदा पानी पहुंचने से इसकी हालत भी अमृत सागर तालाब जैसी हो जाएगी।
नहीं होने देंगे काम
इसके चलते अब यहां तब तक काम नहीं होने दिया जाएगा, जब तक कि सीवरेज का चैंबर व लाइन यहां से बाहर नहीं हो जाती है। पार्षद ने यहां से आयुक्त एसके सिंह को फोन लगाकर इसकी जानकारी दी तो उनके द्वारा निगम के इंजीनियरों को मौके पर भेजा गया। साथ ही कंपनी का ठेकेदार भी यहां मौजूद रहा, जिसने कंपनी के इंजीनियरों को बुलाकर उनके बताए अनुसार लाइन शिफ्ट करने की बात कही। इसके बाद सभी लोग यहां से रवाना हुए। यहां पहुंचे जनप्रतिनिधियों में पार्षद पप्पू पुरोहित, अरूण राव, एल्डरमैन प्रभु नेका, मधु शिरोड़कर सहित कई लोग मौजूद रहे।
इसके चलते अब यहां तब तक काम नहीं होने दिया जाएगा, जब तक कि सीवरेज का चैंबर व लाइन यहां से बाहर नहीं हो जाती है। पार्षद ने यहां से आयुक्त एसके सिंह को फोन लगाकर इसकी जानकारी दी तो उनके द्वारा निगम के इंजीनियरों को मौके पर भेजा गया। साथ ही कंपनी का ठेकेदार भी यहां मौजूद रहा, जिसने कंपनी के इंजीनियरों को बुलाकर उनके बताए अनुसार लाइन शिफ्ट करने की बात कही। इसके बाद सभी लोग यहां से रवाना हुए। यहां पहुंचे जनप्रतिनिधियों में पार्षद पप्पू पुरोहित, अरूण राव, एल्डरमैन प्रभु नेका, मधु शिरोड़कर सहित कई लोग मौजूद रहे।