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कलेक्टर को खुद जाना पड़ा मतदाता सूची जांचने….

locationरतलामPublished: Aug 10, 2018 07:53:08 pm

Submitted by:

Sourabh Pathak

कलेक्टर को खुद जाना पड़ा मतदाता सूची जांचने….

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कलेक्टर को खुद जाना पड़ा मतदाता सूची जांचने….

रतलाम। आलोट में शनिवार को होने वाले आयोजन की तैयारियों को देखने के लिए कलेक्टर रुचिका चौहान शुक्रवार को वहां पहुंची। कलेक्टर ने यहां मतदान केंद्रों के साथ मतदाता सूची का निरीक्षण किया। इसके पूर्व ग्राम पालनगरा में कलेक्टर कुछ घरों पर पहुंची और वहां परिवार के सदस्यों से पूछा कि उनका नाम मतदाता सूची दर्ज है या नहीं। वहीं केंद्र के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने गुलबालोदा में उन्होंने देखा कि मतदान केंद्र की जानकारी ठीक तरह से प्रदर्शित नहीं की गई है, जिस पर उन्होने नाराजगी भी जताई।
कलेक्टर ने यहां निरीक्षण के दौरान ममता पति पीरू व कौशल्या पति गज्जर के घर पहुंचकर उससे बात कर पूछा कि उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज है या नहीं। इसके साथ ही कलेक्टर ने कुछ और भी घरों पर भी दस्तक दी और दिन में घर पर मौजूद ग्रामीण महिलाओं से चर्चा की। वहीं बूथ से जुड़े मामले में कलेक्टर ने बीएलओ से पूछा कि बूथ की जानकारी दीवार पर अंकित क्यों नहीं की गई है, तत्काल अपने बूथ की विस्तृत जानकारी जिसमें केंद्र का नाम, क्रमांक, ग्राम व ग्राम पंचायत इत्यादि दीवार पर अंकित की जाए।
मतदाता सूची भी देखी
कलेक्टर ने ग्राम गुलबालोदा में मतदाता सूची भी दखी। उन्होने बूथ लेवल अधिकारी अमरसिंह मईड़ा को निर्देशित किया कि चूंकि गांव की जनसंख्या लगभग डेढ़ हजार है और मतदाता संख्या 915 है इसलिए संभवत: और 15 से 20 मतदाता इस सूची में शामिल होने से अभी बचे होंगे, उन्हें शामिल करें। कलेक्टर ने सूची को देखने के दौरान उसमें अपने त्रुटि नजर आने पर स्वयं ने उसमें सुधार किया। वहीं बीएलओ से पूछा कि शत-प्रतिशत महिला मतदाता सूचीबद्ध कर ली गई हैं या नहीं। निरीक्षण के दौरान आलोट तहसीलदार व जनपद पंचायत सीईओ भी उपस्थित थे।
फर्जी मतदाताओं का लगा था आरोप
आलोट विधान सभा में करीब 9 हजार फर्जी मतदाता सहित कई मतदाताओं के नाम दो बार सूची में दर्ज होने का आरोप युवक कांग्रेस के प्रदेश नेता अजीत बौरासी ने लगाया था। हालही में कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोप के बाद कलेक्टर ने निवार्चन के अमले से मामले की जांच भी कराई, जिसमें हजारों की संख्या में विधानसभा क्षेत्र में फर्जी मतदाताओं के होने का दावा प्रशासन ने झूठा साबित कर दिया। कलेक्टर ने कांग्रेस नेता द्वारा दिखाई गई सूची पुरानी होने की बात भी कही थी।
ब्रिज का किया निरीक्षण
कलेक्टर उन्हेंल-नागेश्वर ब्रिज का निरीक्षण किया। सेतू निर्माण विभाग द्वारा बनाया गया यह ब्रिज की लागत 15 करोड़ 76 लाख रुपए का है। इसकी लंबाई 480 मीटर व चौड़ाई 12 मीटर है। कलेक्टर ने आलोट कृषि उपज मंडी पहुंचकर संबल योजना के तहत वितरित किए जाने वाले स्मार्ट कार्ड आयोजन की तैयारियों को देखा। यहां स्मार्ट कार्ड वितरण के साथ लोकार्पण कार्यक्रम भी परिसर में होंगे।

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