तरणताल में मूल्यवृद्धि का आदेश हुआ वापिस, अब परिषद मे होगा फैसला
नगर निगम द्वारा शुरू किए गए तरणताल में मूल्य वृद्वि का निर्णय अब निगम परिषद करेगी।
रतलाम। नगर निगम द्वारा शुरू किए गए तरणताल में मूल्य वृद्वि का निर्णय अब निगम परिषद करेगी। इसके लिए शहर के विरोध के बाद फिलहाल इस निर्णय को वापस ले लिया गया हैं। एमआईसी ने सुविधा बढ़ाने के लिए तरणताल में मूल्य वृद्वि का निर्णय लिया था।
असल में महापौर परिषद ने निर्णय लिया था कि कुशाभाउ ठाकरे तरणताल में सुविधाएं बढ़ाना है तो मूल्य वृद्वि की जाए। इसके लिए निर्णय में यह शामिल था कि इस प्रस्ताव को परिषद में मंजूर कराया जाएगा। एमआईसी का यह निर्णय परिषद में आए इसके पूर्व ही तरणताल के कर्मचारियों को निगमकर्मी ने तेरने के लिए किराया बढ़ाने को कह दिया।
इसके बाद जब सुबह लोग तेरने पहुंचे तो 5 व 20 रुपए के स्थान पर 30 व 60 रुपए की पर्ची थमा दी गई। विरोध करने पर निगम आयुक्त झारिया के नाम का हवाला कर्मचारियों ने दे दिया। इसके बाद इस निर्णय का जमकर विरोध हुआ। यहंा तक की राज्य वित्त आयोग अध्यक्ष हिम्मत कोठारी तक ने बीच में दखल दिया व कहा कि मूल्य वृद्वि वापस हो। इसके लिए कोठारी निगम में जाकर महापौर से मिले।
सुविधाओं की है कमी
तरणताल में फिलहाल स्टीम बाथ, बेहतर यूनिफॉर्म सहित अन्य सुविधाओं की कमी हैं। इसको बढ़ाने के लिए लंबे समय से मांग हो रही हैं। तत्कालीन समय में शैलेंद्र डागा के महापौर वाली परिषद में तैयार इस तरणताल का किराया, फिलहाल निजी तरणताल से बेहद कम हैं। अचानक मूल्य वृद्वि होने के बाद विरोध शहर में हुआ व अब परिषद पर यह निर्णय छोड़ दिया गया कि मूल्य वृद्वि हो या नही। अगस्त माह में निगम का सम्मेलन हुआ था। नियम अनुसार दो माह में एक बार सम्मेलन होता हैं। लोकसभा का उपचुनाव नवंबर-दिसंबर में होना हैं। एेसे में दिसंबर के द्वितीय पखवाडे़ या जनवरी में ही इस पर अब निर्णय होगा।
परिषद तय करेगी इस बारे में
एमआईसी में मूल्य वृद्वि का निर्णय परिषद से कराने का निर्णय लिया गया। इस पर निर्णय जब परिषद होगी, तब ही होगा।
– सोमनाथ झारिया, आयुक्त, नगर निगम