गुजरात की कंपनी शहर में करीब ७०० किमी क्षेत्र में सीवर लाइन डालेगी। कार्य की शुरूआत के बाद से ही अब तक शहर में ७ बार इसका निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की गई है। नगरीय निकाय एवं आवास विभाग के चीफ इंजीनियर से लेकर संभागीय दल और निगरानी एजेंसी वेबकोस के इंजीनियरों की जांच में कंपनी का कार्य टेंडर की शर्तो के अनुरूप नहीं पाया गया है। अब फिर कंपनी का कार्य जांचने पर कमियां निकली है।
शहर में आगामी २५ वर्षो की स्थिति को ध्यान में रखकर सीवर लाइन प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। कंस्ट्रक्शन कंपनी को २५० मीटर कार्य के बाद सड़क सुधार करना है, लेकिन शहर में ५० किमी की सड़कों को खोदने के बाद भी पूर्ण सुधार नहीं हो पाया है।
– 700 किमी में डलेगी पाइप लाइन
– 450 किमी मेन ट्रंक लाइन डलेगी
– 250 किमी सब ट्रंक लाइन डलेगी
– 10 साल तक निर्माण कंपनी करेगी लाइन संचालन और मेंटेनेंस
– 6 जून 2017 से शुरू हुआ निर्माण कार्य
– ०३ मर्तबा संभागीय दल की जांच में कार्य का स्तर घटिया मिला
इस तरह निगम का खर्च
– ५२ लाख रुपए से शहर के २ जोन में सड़क की मरम्मत
– २० लाख रुपए चूरी-मुरम परिवहन और पेंचवर्क पर खर्च
– ०२ करोड़ का नया प्रस्ताव सड़कों पर डामरीकरण के लिए
हमने शहर में सीवर लाइन के कार्य का निरीक्षण कर रिपोर्ट दी है। अनेक स्थलों पर कार्य ठीक नहीं पाया गया। खोदी गई सड़कों को सुधारने पर कंपनी का ध्यान नहीं है। पहले भी निरीक्षण के दौरान अपनी रिपोर्ट में इस तथ्य की ओर कंपनी का ध्यान दिलाया था।
– आरआर जारोलिया, संभागीय जांचकर्ता उज्जैन
महापौर के निर्देश पर सड़कों पर डामरीकरण के लिए २ करोड़ का प्राक्कलन तैयार कर सरकार को भेजा जाएगा। संभागीय जांच दल ने सीवर लाइन का कार्य अनेक स्थानों पर देखा है। सुधार को लेकर शहर विधायक और महापौर की ओर से निर्देश दिए गए है।
– एसके सिंह, आयुक्त नगर निगम रतलाम