सुबह 9 बजे बाद आंदोलन के लिए कर्मचारी पहुंचे। इस दौरान पहले मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद विरोध के प्रतीक में ५ कर्मचारियों ने मुंडन कराया। इस दौरान अनेक कर्मचारी नेता उपस्थित थे। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते गांवों में डाक वितरण कार्य बंद है। इसके अलावा ग्रामीणों के एटीएम, चेकबुक, आदि लंबित पडे़ है। हालात ये है कि अगर किसी का जॉब के लिए कोई कॉल लेटर आया है तो इसकी जानकारी भी नहीं पहुंच पा रही है। एेसे में अब ग्रामीण भी इस हड़ताल से परेशान हो गए है। ग्रामीणों के अनुसार न तो गांव के पोस्ट आफिस से उनकी राशि निकल रही है न बचत खाते में जमा हो पा रही है। इसके अलावा वे लोग जिनके नए खाते बैंक में खुले है उनके एटीएम का वितरण तक नहीं हो पा रहा है।
ये हुआ सोमवार को सोमवार को मुख्य डाकघर के गेट पर सभा का आयोजन किया गया। इसको कर्मचारी नेता आईएल पुरोहित ने संबोधन देते हुए कहा कि ग्रामीण डाक सेवकों की मांग सरकार मानने में देरी करती है तो आने वाले दिनों में विभाग के सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे। भरत राठौर ने कहा कि हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हड़ताल की वजह से एटीएम, पेनकार्ड, आधारकार्ड, चेकबुक, कॉल लेटर आदि गांव में नहीं पहुंच पा रहे है। सभा को डाकघर के पूर्व अधीक्षक डीके सिंघल ने भी संबोधन दिया। इस अवसर पर संगठन सचिव सज्जनलाल टांक, आरएस देवड़ा, एमएल मेहर, निरंजन गिरी, नंदलाल राठौर, लोकेश जोशी आदि उपस्थित थे। हड़ताल के दौरान जमकर नारेबाजी की गई। नारेबाजी में आरके तिजारे, मनोहर डाकरवाल, केएल परमार, संदीपसिंह डोडिया, मंगलगिरी, भंवरसिंह चौहान आदि उपस्थित रहे।