ज्योतिषी जोशी ने बताया कि 137 वर्षो बाद आकाश में बड़ा योग बना है। इस योग में गुरु, शनि व केतु साथ में धनु राशि में हो गए है। ये साथ ही दुश्मन देश के छक्के छुड़ा देगा। असल में गुरु ज्ञान का, शनि न्याय कर केतु विध्वंस का संकेत देता है। इनका देवगुरु धनु की राशि में होना ही भारत के लिए अत्यन्त शुभ संकेत का योग बना रहा है। गुरु जहां भारत को ये संकेत देंगे कि कहां-कहां सर्जिकल स्ट्राइक की जरुरत है, वही शनि न्याय करवाएंगे, अर्थात जो मुसिबत की जड़ देने वाले है, आतंकवाद को चलाते है वहां पर केतु के साथ मिलकर भारत के लिए बेहतर दिन बनाएंगे।
आकाश से ही होगी मार ज्योतिषी जोशी के अनुसार केतु धुआं का प्रतीक है। धुआं आसमान में जाता है। इसका मतलब साफ है कि आने वाले दिनों में आसमान से ही मार होगी। असल मंे इस समय 6-7 मार्च की रात 2 बजकर 48 मिनट पर केतु का धनु राशि में प्रवेश हो गया है। यहां पर पहले ही शनि बैठे हुए है। अब 30 मार्च को सुबह 8 बजकर 1 मिनट पर गुरु भी वृश्चिक राशि से धनु राशि में आ जाएंगे। इनके प्रवेश के पूर्व व बाद में दोनों समय आकाश से शुभ समाचार भारतीय सेना व मोदी सरकार देगी।
इस समय रहना होगा अधिक सतर्क ज्योतिषी जोशी के अनुसार सबसे अधिक सतर्क रहने की जरुरत 4 मई से 21 जून के बीच होगी। ये वो समय होगा, जब देश में अंदर व बाहर रहने वाले विरोधी सीमा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेंगे। हालांकि इसमे जीत भारत की ही होगी, लेकिन कश्मीर से जुडे़ एक बडे़ नेता को नुकसान होगा। इसके अलावा बंगाल से जुडे़ एक वरिष्ठ नेता के स्वास्थ्य में भी बड़ी होनी के योग बन रहे है।