दिलवाया चार्ज करीब डेढ़ साल तक चले इस विवाद के बाद शनिवार को तहसीलदार राकेश सस्तीया ने नायब तहसीलदार सीएल टांक और मसारे तथा ओद्योगिक क्षैत्र थाना प्रभारी दुष्यंत जोशी और दल बल सहित स्कुल पहुंच कर आदेश का परिपालन करते हुए शिक्षण समिति के नवीन पदाधिकारियों को पदभार ग्रहण करवाया। वहीं विद्यालय में पदस्थ शिक्षकीय स्टॉफ से भी चर्चा करते हुए उनके भी बयान दर्ज किए।
हिस्सेदार फरार इधर शुक्रवार की शाम को विद्यालय की शिक्षण समिति के सचिव और कोषाध्यक्ष को नोटिस जारी हुए, जिसमें शनिवार को दोपहर में विद्यालय का चार्ज नवीन पदाधिकारियों को दिए जाने के लिए कहा गया था। लेकिन शनिवार को प्रशानिक अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही पूर्व पदाधिकारी विद्यालय के मौजुद समस्त दस्तावेज तथा सभी मुख्य कमरों व कार्यालय की पर ताला लगाकर फरार हो गए। दोपहर करीब ३ बजे प्रशासनिक अधिकारी पुलिस बल सहित स्कूल पहुंचे और नवीन शिक्षण समिति के पदाधिकारियों को चार्ज दिलवाया।
सीएसपी ने जांच, एसडीएम को सौंपी रिपोर्ट मामले की वित्तीय अनियमितताएं और दूसरी गतिविधियां संचालित होने की शिकायत के बाद एसडीएम ने मामले की पूरी जांच के लिए सीएसपी को नियुक्त किया। सीएसपी ने जांच प्रतिवेदन बनाकर एसडीएम को सौंपा। रिपोर्ट के आधार स्कूल के राजेश चौरडिय़ा और यश जैन ने उज्जैन फम्र्स एण्ड सोसायटी कार्यालय पहुंचकर रजिस्ट्रार के समक्ष गुहार लगाते हुए समिति के सचिव और कोषाध्यक्ष को हटाने की मांग की, जांच प्रतिवेदन और एसडीएम के आदेश बाद रजिस्ट्रार ने उपलाई गोपाल शिक्षण समिति के पूर्व पदाधिकारियों को धारा २९ के तहत हटाते हुए नवीन पदाधिकारियों की पद स्थापना कर दी। नवीन पद स्थापना के बाद अध्यक्ष राजेश चौरडिय़ा, सचिव यश जैन तथा कोषाध्यक्ष पद पर अमित रुनवाल को मनोनीत किया। अब सोमवार से विद्यालय का संचालन नवीन समिति द्वारा किया जाएगा।
आदेश के परिपालन में सौंपा हैं चार्ज रजिस्ट्रार ने नई कार्यकारिणी का गठन किया था और एसडीएम के आदेश में पर नवीन समिति के चार्ज दिया हैं, दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवा पाए हैं। चूंकि नोटिस जारी करने के बाद वे नहीं आए थे। सोमवार को विधिवत रूप से स्कूल नई समिति द्वारा संचालित किया जाएगा।
राकेश सस्तीया, तहसीलदार, जावरा