सबसे पहले एलई की निरस्त
पिछले सप्ताह रेलवे ने लोको इंस्पेक्टर परीक्षा का आयोजन किया था। इसमें वे चालक जो पांच लाख किलोमीटर ट्रेन को चला चुके है, उनको परीक्षा के लिए पात्र करना था। परीक्षा के लिए आवेदन बुलवाए गए व तारीख की घोषणा परीक्षा के लिए कर दी गई। बाद में एक किसी रेल कर्मचारी ने इस पर आपत्ती ली की जब रेलवे बोर्ड के नियम अनुसार कोई पांच लाख किमी की पात्रता में नहीं आता है तो परीक्षा किस अनुसार ली जा रही है तो ताबड़तोड़ इसको निरस्त कर दिया गया।
जुनियर इंजीनियर की दो बार निरस्त
इसके अलावा कार्मिक विभाग ने जुनियर इंजीनियर विद्युत विभाग के लिए विभागीय पदोन्नती की परीक्षा का आयोजन रखा। पहले ये परीक्षा १६ अगस्त को होना थी, लेकिन इसको रक्षाबंधन का त्योहार को आधार बताकर निरस्त कर दिया। इसके बाद परीक्षा को फिर से २१ अगस्त को करना तय किया गया। परीक्षा देने के लिए सुबह रेलवे स्कूल में कर्मचारी चले भी गए, लेकिन वहां जब कोई नहीं मिला तो पूछताछ हुई। तब बताया गया कि परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। जब कर्मचारियों ने इसकी जानकारी लेना चाही तो बताया गया कि परीक्षा में जो वस्तुनिष्ठ प्रश्न का पेपर सेट होना था, वो जिस अधिकारी को करना था, वो ये कार्य करना ही भूल गए।
बढ़ रही नाराजी
एक सप्ताह में तीन बार अलग-अलग विभागीय परीक्षा निरस्त होने के बाद अब कर्मचारियों में कार्मिक विभाग के प्रति नाराजी बढ़ रही है। बताया जाता है कि मामले की जानकारी डीआरएम आरएन सुनकर तक पहुंची है व उन्होंने भी विभाग को अपनी नाराजी से अवगत कराया है।
जल्दी ही मुलाकात करेंगे
एक सप्ताह में तीन बार परीक्षा निरस्त होना विभागीय कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाता है। इस मामले में जल्दी ही डीआरएम मुलाकात करके नाराजी जताई जाएगी।
– बीके गर्ग, मंडल मंत्री, वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन
ये तकनीकी मामला है
परीक्षा का निरस्त या स्थगित होना तकनीकी मामला है। इस संबंध में अंतिम निर्णय कार्मिक विभाग का ही रहता है।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल