उत्तर भारत में पड़ रहे कोहरे का असर अब ट्रेनों के परिचालन को बंद करते तक आ गया है। रेलवे ने उज्जैन-देहरादुन-उज्जैन को दिसंबर से फरवरी माह के आधे पखवाडे़ तक बंद करने का निर्णय लिया है। एेसे में वे यात्री जिन्होने पूर्व में टिकट करवाए थे, उनकी राशि टिकट निरस्त कराने पर पूरी रेलवे लौटाएगा। इसके अलावा मंडल में गुरुवार को भी अनेक यात्री ट्रेनें देरी से आई।
ये तारीख को नहीं जाएगी देहरादुन ट्रेन मंडल प्रवक्ता जेके जयंत के अनुसार उज्जैन से देहरादुन तक के लिए ६ दिसंबर से १४ फरवरी व देहरादुन से उज्जैन के लिए ५ दिसंबर से १२ फरवरी तक चलने वाली ट्रेन को निरस्त किया गया है। ये निर्णय रेलवे बोर्ड ने कोहरे के खासे असर को देखते हुए लिया है।
देरी से पहुंची इसके अलावा गुरुवार को दिल्ली मुंबई राजधानी ट्रेन १ घंटे ५ मिनट, जयपुर मुंबई ४३ मिनट, पश्चिम एक्सपे्रस १ घंटे २५ मिनट, जनता १ घंटे २५ मिनट, मुंबई अमृतसर ३२ मिनट, पुणे इंदौर ४५ मिनट, स्वराज एक्सप्रेस १ घंटे ५२ मिनट, दाहोद भोपाल ५० मिनट, हरिद्वार वलसाड ३५ मिनट, कानपुर मुंबई ४ घंटे १० मिनट, पटना अहमदाबाद ५ घंटे ६ मिनट, कोटा रतलाम १ घंटे १८ मिनट, बड़ोदरा कोटा १ घंटे, अवध एक्सपे्रस ५ घंटे २५ मिनट, गोल्डन टेंपल एक्सपे्रस १ घंटे ४० मिनट, साबरमती ४ घंटे ३२ मिनट, मथूरा रतलाम १ घंटे ३९ मिनट, अजीमाबाद एक्सपेस ३ घंटे देरी से पहुंची।
प्यार पर पडेग़ा असर असल में दिसंबर से लेकर फरवरी तक अनेक जोडे़ घुमने के लिए देहरादुन जाते है। इसके अलावा नए कपल की पहली पसंद भी देहरादुन, शिमला आदि होती है। एेसे में मंडल के उज्जैन स्टेशन से चलने वाली इस ट्रेन को बंद करने से इस वर्ग को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसकी वजह ये है कि मंडल के इंदौर स्टेशन से देहरादुन के लिए ट्रेन की सुविधा नहीं है। जबकि रतलाम से एक नियमित व एक साप्ताहिक ट्रेन चलती है। हालाकि साप्ताहिक ट्रेन हरिद्वार तक जाती है। जबकि नियमित ट्रेन प्रतिदिन देहरादुन जाती है। एेसे में इस वर्ग की भीड़ अब मंडल के रतलाम स्टेशन पर अधिक होगी। गत वर्ष भी जब कोहरे का असर अधिक हुआ था तो रेलवे ने इस ट्रेन का परिचालन बंद कर दिया था।