पहले जाने क्या होता है मुंबई में
मुंबई के उपनगर छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशन पर ठेके पर काम दिया हुआ है। इन कर्मचारियों को सफाई के संसाधन के साथ-साथ रेलवे द्वारा नियम के साथ लिखी हुई रसीद बुक दी गई है। इस स्टेशन पर २४ घंटो में १०० से अधिक ट्रेन का आना-जाना होता है। एक दिन में २० हजार से अधिक यात्री आते-जाते है। इनके द्वारा की जाने वाली गदंगी से परेशान होकर ही ये निर्णय लिया गया की निजी हाथ में इस व्यवस्था को देकर नाममात्र का आर्थिक दंड लगाया जाए। करीब छह माह से ये सफल रुप में चल रहा है।
इस तरह हुआ इस पर निर्णय
बैठक में रेलवे के खर्च को कम करके आय किस तरह बढ़ाएं, मेडिकल रुप से कमजोर कर्मचरियों का उपयोग किस तरह हो, कार्य की कुशलता किस तरह बनाए रखें, जल प्रबंधन के साथ रेल कर्मचारियों को काम के प्रति मोटिवेट किस तरह किया जाए विषय पर चर्चा हुई। इस दौरान ट्रेन की गति बढ़ाने से लेकर ५० रुपए दंड लगाकर स्वच्छता अभियान के प्रति जागृति लाने की सलाह दी गई।
ये थे बैठक में मुख्य रुप से
बुधवार को मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर ने रेल कर्मचारियों की प्रबंधन में भागीदारी के लिए बैठक रखी थी। इसमे वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के अध्यक्ष जसविंदरसिंह, मंडल मंत्री बीके गर्ग, सचिव राकेश दुबे, एससीएसटी संगठन के आरसी वर्मा, संगठन के पीएन वर्मा, वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाईज यूनियन अध्यक्ष एसएस शर्मा, मंडल मंत्री एसबी श्रीवास्तव, केंद्रीय उपाध्यक्ष सीमा कौशिक, संयुक्त सचिव मनोहर बारोठ, ओबीसी संगठन के चेतन सैनी व अजयङ्क्षसह के अलावा रेलवे के बिजली विभाग के ललीत सिंह तोमर, संकेत व दुरसंचार विभाग के एके जोशी शामिल थे।
जल्दी लागू करेंगे
बैठक में विभिन्न विषय पर सुझाव आए है। ५० रुपए दंड के सुझाव को जल्दी अमल में लाने के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है।
– आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक
स्टेशन से लेकर ट्रेन तक चलेगा अभियान
– खबर का असर
रतलाम। रेलवे के वाणिज्य विभाग ने ट्रेन से लेकर स्टेशन पर १५ रुपए की पानी की बोतल २० रुपए में बिक्री करने व अवैध फैरी करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोलकर अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस बारे में निर्णय पत्रिका में बुधवार को प्रकाशित खबर स्टेशन पर १५ वाली बोतल २० में, डीआरएम ने बंद करा दी दुकान, के बाद लिया है। मंडल के वाणिज्य विभाग के आला अधिकारियों ने इसके लिए आरपीएफ के मंडल सुरक्षा आयुक्त से मदद मांगी है।
बता दे की इंदौर के एक यात्री ने १५ रुपए की पानी की बोतल २० रुपए में खरीदने के बाद मंडल रेल प्रबंधक आरएन
सुनकर को सीधे फोन लगाकर शिकायत की थी। शिकायत के बाद मंडल रेल प्रबंधक सुनकर ने जांच के बजाए कड़ा निर्णय लेते हुए प्लेटफॉर्म नंबर दो पर यात्री के साथ हुई घटना के लिए जवाबदेह स्टॉल को २४ घंटे के लिए तुरंत बंद करने का निर्णय लेते हुए वाणिज्य विभाग के अधिकारियों को तुंरत ही स्टेशन स्टॉल बंद करने भेज दिया था।
अब लिया ये निर्णय
अब वाणिज्य विभाग के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार मीणा ने निर्णय लिया है स्टेशन से लेकर प्लेटफॉर्म तक इस प्रकार के जांच अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए टीम औचक निरीक्षण तो करेगी ही इसके अलावा ट्रेन के आने के दौरान सादे कपड़ों में डीआरएम कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों को स्टॉल के करीब खड़ा कर दिया जाएगा। ये कर्मचारी इस बात पर नजर रखेंगे की किस यात्री से तयशुदा कीमत से अधिक दाम लिए जा रहे है। जो ये कार्य करेगा, उसी वक्त रिपोर्ट के आधार पर स्टॉल को तीन दिन से लेकर एक माह तक के लिए बंद करने के आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
आरपीएफ से भी मांगी मदद
वाणिज्य विभाग ट्रेन से लेकर स्टेशन तक स्पेशल ड्राइव चलाएगा। इसके लिए मंडल के सुरक्षा आयुक्त से एक पखवाडे़ तक विशेष रुप से मदद मांगी गई है। इस स्पेशल ड्राइव के दौरान ही अवैध फेरी करने वालों से लेकर अधिक दाम लेने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
हमारा सहयोग रहेगा
वाणिज्य विभाग ने मदद मांगी है। हमारा उनको हर प्रकार का सहयोग रहेगा। यात्रियों से भी अपील है वे कुछ गलत होते हुए ट्रेन या प्लेटफॉर्म पर देखें तो १८२ नंबर पर सूचना करें।
– कुमार निशांत, मंडल सुरक्षा आयुक्त