बता दे मंगलवार शाम को रेलवे बोर्ड व वित्त विभाग ने रनिंग कर्मचारियों का भत्ता मंजूर किया था। ७वें पे कमीशन में ये भत्ता मंजूर नहीं हुआ था। असल में १९८० के बाद से रनिंग कर्मचारी भत्ते को बढ़ाने की मांग कर रहे थे। १९८० में फॉर्मुला बनाया गया उसी को मंजूर करने की मांग हो रही है, जबकि भत्ता उस अनुसार नहीं बढ़ा है।
इस तरह बढ़ा है अभी भत्ता
१९८० में जो फॉर्मुला बनाया गया, उस अनुसार रनिंग के कर्मचारी को १६ घंटे प्रतिदिन काम करने के अनुसार ३० दिन का भत्ता मिलना चाहिए। जबकि रेलवे बोर्ड ने ५ दिन अवकाश के व ५ दिन रनिंग रुम के रखरखाव के नाम पर १० दिन का भत्ता काट लिया। इसके बाद अब जो भत्ते की घोषणा हुई वो २० दिन के काम की है। बस इसी का विरोध कर्मचारी कर रहे है। कर्मचारियों का कहना है ३० दिन तक का ३० प्रतिशत के अनुसार माइलेज के अनुसार भत्ता मिलना चाहिए। जबकि ये नहीं हो रहा।
अब आंदोलन की बड़ी योजना
हालांकि लॉबी पर बुधवार को सुबह प्रदर्शन तो किया गया, लेकिन अब कर्मचारी बडे़ आंदोलन की तैयारी कर रहे है। ऑल इंडिया लोको रनिंंग स्टॉफ एसोसिएशन के अनुसार मांग जो की गई, उसके बजाए वो किया गया, जो मनमर्जी कहलाती है। इसलिए अब १७ जुलाई से इंजन को चलाने वाले चालक व सहायक चालक हड़ताल पर जाएंगे। इसके लिए योजना बनाई जा रही है। योजना को सफल करने के लिए ओबीसी कार्यालय में ९ जून को सुबह १० बजे से बैठक का आयोजन होगा।
ये मनमर्जी है इसका विरोध करते है
रनिंग कर्मचारियों का भत्ता बढ़ाया, ये अच्छी बात है, लेकिन ये मनमर्जी का बढ़ाया गया है। असल में १९८० के जिस फॉर्मुले को लागू करना था, वो नहीं किया गया। असल भत्ता ७४८ रुपए होता है, जबकि सिर्फ ५२५ रुपए की बढ़ोतरी की गई। अब हम १७ जुलाई से देशभर में हड़ताल करने जा रहे है।
– हितेश शाह, मंडल अध्यक्ष, ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन