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कम किराए की वजह से पायदान पर लटककर जाने की है मजबूरी

locationरतलामPublished: Apr 28, 2018 05:10:23 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

रतलाम-भिंड व रतलाम-ग्वालियर ट्रेन के हाल, किराया एक्सपे्रस का, यात्रा का समय डेमू जितना

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रतलाम। मंडल में रतलाम-भिंड व रतलाम-ग्वालियर ट्रेन की हाल ही में शुरुआत हुई है। इन ट्रेन में रतलाम से इंदौर तक की ही बात करें तो रेलवे सुपरफास्ट व मेल एक्सपे्रस का किराया लेकर सुविधा पैसेंजर की दे रही है। इसके अलावा इसके चलने के समय से चित्तौडग़ढ़ से आने वाली डेमू, दाहोद से आने वाली मेमू ट्रेन के यात्रियों को इसका कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। एेसे में इन यात्रियों को उज्जैन पूर्व की तरह इन ट्रेन में यात्रा के लिए जाना पड़ रहा है।
स्थिति ये है कि यात्रियों को पायदान पर डेमू में जाना मंजूर है, लेकिन इन ट्रेन में न, सुपरफास्ट के नाम पर ये ट्रेन सिर्फ ८ मिनट पूर्व यात्रियों को पहुंचा रही है।

पहले जाने किराए की गड़बड़ी को
रतलाम से ट्रेन नंबर ७९३१० रतलाम-इंदौर-महू डेमू सुबह ६.३५ बजे चलती है। इसमे इंदौर तक का किराया ३० रुपए का है। ये ट्रेन यात्रियों को २ घंटे ३३ मिनट में इंदौर पहुंचाती है। इसी प्रकार का किराया ट्रेन नंबर ७९३१८ रतलाम-इंदौर-महू के लिए ट्रेन में शाम को ७ बजे चलने पर लगता है। इससे अलग जब रतलाम-भिंड व रतलाम-ग्वालियर ट्रेन से इंदौर जाते है तो किराया ५५ रुपए व समय २ घंटे ३० मिनट का लगता है। इतना ही नहीं यात्री दिल्लीसराय रोहिल्ला-इंदौर ट्रेन से जब सुबह इंदौर जाते है तो ये ट्रेन यात्रियों को २ घ्ंाटे ३५ मिनट में इंदौर पहुंचाती है। मतलब डेमू ट्रेन २ घंटे ३८ मिनट व शेष ३ से ८ मिनट कम में इंदौर पहुंचा रही है। एेसे में किराया २५ रुपए अधिक देना पड़ रहा है। जबकि इन एक्सपे्रस ट्रेन का ठहराव डेमू से कम है।

अब समझे कनेक्टिवीटी को
रतलाम-भिंड व रतलाम-ग्वालियर ट्रेन शाम को ५.१० बजे चलती है। ये ट्रेन के मंदसौर, नीमच तक के यात्रियों को इसमे यात्रा के लिए कनेक्टिवीटी नहीं मिल पा रही है, क्योकि इस ट्रेन के जाने के बाद शाम की डेमू आती है। इसके अलावा मेघनगर से लेकर दाहोद व रावटी, थांदला आदि स्थान के यात्रियों को भी सर्वोदय व अन्य मेमू ट्रेन इन दोनों ट्रेन के जाने के बाद रतलाम लेकर आती है। एेसे में इन शहरों के यात्रियों को इन दोनों ट्रेन के चलने के बाद भी पूर्व की तरह उज्जैन पहुंचकर ही यात्रा के लिए इन ट्रेन को पकडऩा पड़ रहा है।

इस मामले को उठाएंगे
इन ट्रेन को मंदसौर-नीमच तक विस्तार के लिए पश्चिम रेलवे व रेलमंत्री तक मामले को उठाएंगे। ट्रेन पांच घंटे तक रतलाम में रहती है। इससे बेहतर है कि इसकी गति बढ़ाकर आगे के शहर में विस्तार किया जाए। इसके अलावा किराया अधिक है व समय उतना ही ले रही है, इसलिए इस मामले को भी उठाने जा रहे है।

– दिलीप गुप्ता, सदस्य, पश्चिम रेलवे उपभोक्ता सलाहकार समिति
सब कुछ उपर से तय
ट्रेन की गति से लेकर किराया सब कुछ वरिष्ठ कार्यालय से तय होता है। इस बारे में मांग होने पर निर्णय भी वहीं से होगा।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल

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