रतलाम की ब्लडबैंक में हर समय 50 यूनिट से ज्यादा रक्त अलग-अलग गु्रप का उपलब्ध रहता है। लोगों में भी इस बात को लेकर इतना भरोसा है कि वहां की संस्थाएं स्वयं आगे आकर यहां की ब्लड बैंक को अपने यहां शिविर लगाने के लिए आमंत्रित करती है। ब्लड बैंक इंचार्ज दिनेश आचार्य बताते हैं कि ब्लड बैंक में मौजूद अलग-अलग ग्रुप के रक्त की यूनिटों से इतर शिविरों के माध्यम से हम इतनी यूनिट रक्त एकत्रित कर लेते हैं कि कई मरीजों को यहां बिना एक्सचेंज के ही रक्त उपलब्ध करवा देते हैं।
नि:शुल्क मिलता है यहां पर रक्त थैलीसिमिया, किडनी के रोगी और सिकलसेल एनिमिया के मरीजों को तो पूरी तरह नि:शुल्क रक्त उपलब्ध कराया जाता है। ब्लड बैंक से जुड़े अश्विनी शर्मा और राजेश पुरोहित के अनुसार किसी भी जरुरतमंद मरीज को यहां नि:शुल्क ब्लड उपलब्ध हो जाता है। यही नहीं किसी मरीज के साथ एक्सचेंज में रक्त देने वाला नहीं होने पर भी यहां से बिना एक्सचेंज के रक्त उपलब्ध हो जाता है।
रक्त लेना तो पहले जरूरी ब्लड एक्सचेंज जरुरी ब्लड बैंक दिनेश प्रभारी आचार्य कहते हैं कि ब्लड बैंक से रक्त लेते वक्त ब्लड का एक्सचेंज करना जरुरी होता है। एक्सचेंज में लिया गया रक्त किसी दूसरे मरीज के काम में आता है। हो सकता है अलग-अलग ग्रुप का रक्त हो लेकिन कुछ ऐसे ग्रुप जो बहुत कम पाए जाते हैं वे भी एक्सचेंज के माध्यम से मिलते हैं तो इससे किसी एक मरीज की जान बचाने में सहायता मिल सकती है।
वर्ष भर होते है कैंप रतलाम में रक्तदान के लिए अलग-अलग संस्थाएं कैंप का आयोजन करती रहती है। वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ की युवा समिति हो या यूनियन या फिर रेलवे अस्पताल, ये सभी अलग-अलग कैंप का आयोजन करते है। इसके अलावा जिलेभर में विभिन्न संस्थाएं रक्तदान के शिविर करती है।