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साजिश के लिए सैकड़ों बार लगाए फोन….

locationरतलामPublished: Feb 16, 2019 12:17:20 pm

Submitted by:

Sourabh Pathak

साजिश के लिए सैकड़ों बार लगाए फोन….
 

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रतलाम। बालिका गृह से बाहर आई युवती को प्रताडऩा का वीडियो बनाने के लिए आरती शर्मा और एडवोकेट दिनेश चौहान ने युवती को फोन पर करीब 100 बार धमकाया, दिनेश और आरती के बीच भी साजिश रचने के लिए पिछले दिनों में 500 से अधिक बार बात हुई। आरती और वीडियो बनाने वाली युवती ने बताया कि ये साजिश कांग्रेस के पूर्व महासचिव और हाल ही में पार्टी से निष्कासित किए गए नेता यूसुफ कड़पा के कहने पर रची गई। पुलिस ने युवती की शिकायत पर आरती शर्मा को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया, जबकि कड़पा और दिनेश अभी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपी आरती शर्मा बालिका गृह में सेवा दे चुकी है, वीडियो में छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाली युवती ने पुलिस को बताया कि आरती व अभिभाषक दिनेश ने उसके घर में घुसकर उसे व पति को जान से मारने की धमकी दी थी। इसी डर से आरोपियों की बातों में आकर उसने शक्ति सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप लगा दिया, जिसका आरती ने वीडियो बना लिया था। पीडि़ता ने झूठा बयान देने से इनकार किया तो आरोपियों ने उसे 15 हजार रुपए देने तक का लालच भी दिया था, लेकिन जब वह नहीं मानी तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद पीडि़ता ने मजबूरी में यह बयान दिया था।
लगातार बना रहे थे दबाव
पीडि़ता ने बताया कि वह उसके पति के साथ शहर के जवाहर नगर क्षेत्र में रहती है। कुंदन कुटीर मामले में 31 जनवरी को पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज किए जाने के बाद उसके भी बयान हुए थे। इसके बाद से आरती शर्मा लगातार फोन आ रहे थे। 11 फरवरी को दिन में 12 बजे वह घर पर अकेली थी, तभी दिनेश व आरती जबरजस्ती उसके घर में घुस आए और कहा कि हमें युसुफ कड़पा ने बोला है कि हम जैसा बोले वैसा तुझे बोलना पड़ेगा, नहीं तो तुझे और तेरे पति को जान से खत्म कर देंगे। पीडि़ता ने बताया कि वह इनकी धमकी से डर गई थी। बाद में उसने आरती व दिनेश के कहे अनुसार बयान दिए, जिसका आरती ने वीडियो बना लिया था। मैंने ये बात अपने पति को बताई और फिर थाने पर आरोपियों के खिलाफ आवेदन दिया।
आरोपियों ने दूसरों से भी किया था संपर्क
पुलिस की माने तो प्रारंभिक जांच में ये बात भी सामने आई है कि पीडि़ता से संपर्क होने के पहले इन लोगों के द्वारा 6 फरवरी को बांछड़ा डेरों पर जाकर वीडियो बनाने के लिए बालिकागृह में रह चुकी बालिकाओं से संपर्क किया, लेकिन वहां से भी कोई लड़की इस तरह का बयान देने के लिए तैयार नहीं हुई। बाद में आरती के माध्यम से पीडि़ता से संपर्क किया गया था।
बयान से पलटे, रिकॉर्डिंग में पकड़ाए
पुलिस जब पीडि़ता से पूछताछ कर रही थी तो पहले उसे भी यही लगा कि युवती झूठ बोल रही है, लेकिन जब पुलिस के हाथ उसका मोबाइल फोन लगा और उसमें हुई कॉल रिकॉर्डिंग सुनी तब जाकर पुलिस को उसकी बात पर विश्वास हुआ और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। आरोपियों और पीडि़ता के बीच 100 से अधिक बार बात हुई है। इस बीच आरोपियों को उन पर होने वाली कार्रवाई की भनक लग गई और वे रात को एफआईआर होने के पहले जावरा से गायब हो गए।
कुछ पत्रकारों की भूमिका भी संदिग्ध
पीडि़ता के बयान के आधार पर कुछ पत्रकार भी इस मामले में जांच के घेरे में आ गए हंै। पुलिस अब उनकी भूमिका की जांच कर रही है। यदि उनकी भी इस मामले में संलिप्ता पाई जाती है तो पुलिस उन्हे भी इसमें आरोपी बना सकती है। पीडि़ता ने बताया कि कुछ पत्रकार उसके घर के बाहर खड़े थे। संभवत: वे आरोपियों के साथ आए थे।ये है मामला जावरा में कुंदन वेलफेयर आर्गेनाइजेशन द्वारा संचालित बालिकागृह से 24 जनवरी को बाथरूम की खिड़की तोड़कर पांच बालिकाएं भाग गई थी। इनको उसी दिन मंदसौर से पकड़ा गया था, इन्होंने पुलिस को दिए बयान में प्रताडऩा के आरोप लगाए तो न्यायिक जांच में यौन एवं शारीरिक शोषण का खुलासा हुआ।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डॉ. रचना भारतीय, उसके पति ओमप्रकाश भारतीय, संस्था अध्यक्ष संदेश जैन, सचिव दिलीप बरैया वार्डन हंसा पाठक और पूर्व अधीक्षिका नेहा सिसौदिया को गिरफ्तार कर लिया। ये सभी अभी जेल में हैं। इसी मामले में राजनैनिक प्रतिद्वंदता के चलते यूसुफ कड़पा ने कांग्रेस नेता केके सिंह कालूखेड़ा के रिश्तेदार के नाम वीडियो बनावाकर वायरल कर दिया।
दबोचने पुलिस ने झोंकी ताकत
अलग अलग ठिकानों दबिश, भाई के घर से बरामद हुई कड़पा की गाड़ी जावरा। शहर के कुंदन कुटीर स्कैंडल में कांग्रेस से हाल ही में निष्कासित यूसुफ कड़पा नेता ने राजनैतिक द्वेषता के चलते स्कैंडल के उजागर होने के करीब 20 दिन बाद कांग्रेस के ही नेता के रिश्तेदार को फंसाने के लिए फर्जी विडियो बनवाया। इस मामले में पुलिस ने कड़पा सहित अधिवक्ता दिनेश चौहान और बालिका गृह की पूर्व कर्मचारी आरती शर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया। आरती की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेता के साथ वकील की तलाश में पुलिस ने शुक्रवार को अलग अलग ठिकानों पर दबिश दी लेकिन आरोपी गिरफ्त में नहीं आए।
भाई के घर से गाड़ी बरामद
पुलिस ने कड़पा और चौहान की तलाश में उनके अलग अलग ठिकानों पर दबिश दी, तो जनता कॉलोनी में कड़पा के भाई अय्युब कड़पा के घर से युसूफ की गाड़ी को बरामद किया है। लंबे समय से राजनैतिक प्रतिद्वंदता 2003 में युसूफ कड़पा को कांग्रेस के नेता स्व. महेन्द्रसिंह कालूखेड़ा ने नपाध्यक्ष का टिकट दिलाने में मदद की थी, लेकिन नपाध्यक्ष बनने के बाद कड़पा और कालूखेड़ा के बीच कुछ मनमुटाव हो गए। इसके बाद 2013 में कड़पा को विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट मिला लेकिन वे चुनाव हार गए। इस पर कड़पा ने कालूखेड़ा गुट को चुनाव में हार का जिम्मेदार बताया और उनकी खिलाफत शुरू कर दी।
बदला लेने की थी नियत
2018 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने स्व. कालूखेड़ा के अनुज केकेसिंह को टिकट दिया तो कड़पा ने कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरे डॉ हमीरसिंह राठौर के साथ केकेसिंह को हराने के लिए प्रचार करने लगे। जिस पर कालूखेड़ा ने शिकायत की तो कड़पा को पार्टी से निष्कासीत भी कर दिया गया। आशंका है कि इसी बदला लेने के नीयत से कड़पा ने कुंदन कुटीर मामले में कालूखेड़ा के भतीजे शक्ति सिंह को फंसाने के लिए झूठा विडियो बनवाया और उसे वायरल किया।
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