मध्यप्रदेश के रतलाम कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने आम जनता के काम नहीं करने वाले अधिकारियों को शुक्रवार देर शाम नोटिस थमा दिया है।
Notice issued to 20 colonizers
रतलाम. मध्यप्रदेश के रतलाम कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने आम जनता के काम नहीं करने वाले 13 अधिकारियों को शुक्रवार देर शाम नोटिस थमा दिया है। नोटिस मिलने के बाद अफसरों में हड़कंप है। बता दे कि कलेक्टर सूर्यवंशी की इमेज उज्जैन में एडीएम के रुप में रहने के दौरान सख्त अधिकारी की रही है। आम जनता से संवाद रखने वाले कलेक्टर ने आम जनता के आए हुए आवेदनों की जब समीक्षा की तो वे यह देखकर हैरान रह गए कि रतलाम जिले के अफसरों ने उनको हल करने के लिए कोई मेहनत नहीं की। इसके बाद उन सभी काम नहीं करने वाले अधिकारियों को नोटिस थमा दिए गए है जिनके पास आम जनता के आवेदन काम के लिए पड़े हुए थे।
लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत आवेदनों के समय सीमा से बाहर होने पर कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने जिले के 13 तहसीलदार और नायब तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। कारण बताओ सूचना पत्र पाने वालों में तहसीलदार गोपाल सोनी, तहसीलदार अनीता चोकोटिया, तहसीलदार किरण वरवडे, बीएस ठाकुर, नायब तहसीलदार रुपाली जैन, मनोज चौहान, कुलभूषण शर्मा, अश्विनी गोहिया, पीहू कुरील पारसनाथ मिश्रा, वंदना किराड़े, मुकेश सोनी, चंदन तिवारी शामिल है।
देना होगा जवाब, नहीं तो कटेगा वेतन बता दे कि नोटिस में इस बात को साफ लिखा है कि आम जनता के काम नहीं करने वाले अधिकारियों को रतलाम कलेक्टर के दिए नोटिस का जवाब देना होगा। जवाब नहीं देने पर तगड़ा एक्शन लिया जाएगा व वेतन काट दिया जाएगा। कलेक्टर रतलाम के इस एक्शन के बाद आम जनता के काम नहीं करने वाले तहसीलदार व नायब तहसीलदारों में हड़कंप है।