स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के प्रारंभिक प्रारूप की सूचना में 4 जनवरी 2020 से मुख्य सर्वेक्षण की शुरूआत होना है। इससे पहले शहर के खुले में शौच मुक्त के दावे के मानकों को जांचा जाएगा और इसके बाद आम नागरिकों की स्वच्छता में भागीदारी का सर्वे होगा। स्वच्छत भारत मिशन ने मुख्य सर्वेक्षण से पूर्व अगस्त माह से स्वच्छता एप के आधार पर देश और प्रदेश की प्रोमो रैंकिंग तैयार करना शुरू कर दिया है। इस रैकिंग में हर माह एप के आधार पर यूजर्स का पंजीयन, उनकी शिकायतों का निराकरण, निगम के प्रति यूजर्स का रूख और यूजर्स की खुशी जैसे चार महत्वपूर्ण मानक पर पाइंट दिए जा रहे है। अगस्त से नवंबर 15 के बीच रतलाम ने अपनी रैकिंग में कुछ सुधार तो किया है, लेकिन ताजा रैंकिंग में रतलाम शहर मंदसौर और नीमच निकाय से भी पीछे चल रहा है। हालांकि नवंबर की समाप्ति पर माहवार जारी होने वाली रंैकिंग मेंं सुधार की उम्मीद है।
स्वच्छता एप पर नगर निगम रतलाम ने माह अगस्त में 14374 एवं सितंबर में 14391 पंजीयन दर्शाए है। जबकि इन दो माह में सक्रिय यूजर्स का आंकड़ा महज 107 ही रहा है। हालांकि शिकायत निराकरण के मामले में अगस्त में 262 में से 255 एवं सितंबर में 276 में से 228 का निराकरण किया गया है। इससे औसत प्रतिशत 61.41 ही रहा है। हैप्पीनेस की दर भी अगस्त में 95.27 तो सितंबर माह में 95.87 प्रतिशत के करीब दर्ज की गई है।
स्वच्छता एप पर नगर निगम ने माह अक्टूबर एवं नवंबर में आंशिक सुधार तो किया है, लेकिन कुल रैंकिंग में ज्यादा अंतर नहीं आया है। 15 नवंबर को प्रदेश के शहरों में रतलाम की रंैकिंग 339 है तो मंदसौर की 324 एवं नीमच की 264 वें नंबर पर चल रहा है। नवंबर माह में करीब 14445 पंजीकृत यूजर्स के साथ निगम ने 33 में से 27 शिकायतों का निराकरण कर दिया है। औसत हैप्पीनेस प्रतिशत भी करीब 81.82 के आसपास है।