पुलिस ने विवेचना दौरान आये तथ्यों के आधार पर चरण सिंह पिता औकार सिह निवासी राजस्व कालोनी, रतलाम से पूछताछ की गयी। जिसमें आरोपी द्वारा बताया गया कि ” वह अश्लील विडियो व फोटो देखने के लिए कई प्रकार के ग्रुप में जुडा हुआ है, प्रकरण से सबंधित विडियो उसे वाट्सएप के एक अन्य ग्रुप से प्राप्त हुआ था, जिसका एडमिन उसका चचेरा भाई हरजीतसिंह है। उक्त अश्लील विडियो/फोटो का प्रचारण एवं प्रसारण ग्रुप एडमिन के संज्ञान में भलीभांती था। चरणसिंह द्वारा एक अन्य ग्रुप में जिसमें फरियादी भी जुडा हुआ था, में फरियादी के परिजन का अश्लील विडीयो डालना बताया।
राज्य साइबर पुलिस, उज्जैन के दल जिसमें निरीक्षक अम्बरीश मिश्रा, उप निरी. राजकुमार राठौर, उप निरी. आशुतोष मिठास, उ.नि. गोपाल अजनार, प्र.आर. हरेन्द्रपाल सिंह राठौर, आर. कमलाकर उपाध्याय व सुनिल पवार, महावीर सिंह, पवन चैहान, तृप्ति लोधी, रजनी निंगवाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।