दो साल में कर दिया 73 लाख का गबन
तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी धनपाल पिता वीरेंद्रसिंह तोमर को पंचेड़ कृषि फार्म का जिम्मा सौंपा गया था। जनवरी 2019 से लेकर अगस्त 2021 के बीच की समायवधि में तोमर ने यहां मनमर्जी से काम किया और वरिष्ठ अधिकारियों की नजरें चुराकर 73 लाख 42 हजार 844 रुपए का गबन कर डाला। तोमर ने न केवल फार्म की मिट्टी खुदाई करके बेच डाली वरन फार्म की फसलों को भी बेचकर और खरीदी में हेराफेरी कर रुपए डकार गया।
तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी धनपाल पिता वीरेंद्रसिंह तोमर को पंचेड़ कृषि फार्म का जिम्मा सौंपा गया था। जनवरी 2019 से लेकर अगस्त 2021 के बीच की समायवधि में तोमर ने यहां मनमर्जी से काम किया और वरिष्ठ अधिकारियों की नजरें चुराकर 73 लाख 42 हजार 844 रुपए का गबन कर डाला। तोमर ने न केवल फार्म की मिट्टी खुदाई करके बेच डाली वरन फार्म की फसलों को भी बेचकर और खरीदी में हेराफेरी कर रुपए डकार गया।
नोडल अधिकारी ने दर्ज कराई रिपोर्ट
नामली थाने में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के आदेश पर कृषि विस्तार नोडल अधिकारी केशव सिंह पिता रायसिंह गोयल ने शनिवार की दोपहर को नामली थाने पहुंचकर सारे दस्तावेजों के साथ ही विभाग की तरफ से आवेदन प्रस्तुत किया। इसमें तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी तोमर के खिलाफ की गई जांच, तथ्य और वरिष्ठ कार्यालय के आदेश शामिल थे। इस पर नामली पुलिस ने तोमर के खिलाफ धारा 406 और 420 में केस पंजीबद्ध कर लिया है।
नामली थाने में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के आदेश पर कृषि विस्तार नोडल अधिकारी केशव सिंह पिता रायसिंह गोयल ने शनिवार की दोपहर को नामली थाने पहुंचकर सारे दस्तावेजों के साथ ही विभाग की तरफ से आवेदन प्रस्तुत किया। इसमें तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी तोमर के खिलाफ की गई जांच, तथ्य और वरिष्ठ कार्यालय के आदेश शामिल थे। इस पर नामली पुलिस ने तोमर के खिलाफ धारा 406 और 420 में केस पंजीबद्ध कर लिया है।
इनमें किया इस तरह गबन
- पंचेड़ कृषि फार्म की शासकीय जमीन से अवैध रूप से उत्खनन कर शासन को ५२ लाख ७८ हजार ११५ रुपए की क्षति पहुंचाई
- कृषि फार्म में शासकीय गेंहू, चने में हेराफेरी कर ७७ हजार ३३२ रुपए और सोयाबिन की फसल में 1 लाख 67 हजार 912 रुपए की क्षति पहुंचाई
- शासन द्वारा खरीदे गए सोयाबीन को भी 12 क्विंटल कम मात्रा में दिखाकर 96 हजार 60 रूपए का शासन को क्षति पहुंचाई
- सोयाबीन के भूसे में 2 लाख 22 हजार 244 रुपए, चना भूसा में 76 हजार 566 की गड़बड़ी की
- सोयाबीन आधार बीज से प्राप्त राजस्व राशि में एक लाख 11 हजार 575 रुपए शासकीय खजाने में जमा कराने की बजाय खुद ही डकार गया।
- इस तरह इन सभी मामलों में 73 लाख 42 हजार 844 रुपए का गबन तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी तोमर ने किया।
- पंचेड़ कृषि फार्म की शासकीय जमीन से अवैध रूप से उत्खनन कर शासन को ५२ लाख ७८ हजार ११५ रुपए की क्षति पहुंचाई
- कृषि फार्म में शासकीय गेंहू, चने में हेराफेरी कर ७७ हजार ३३२ रुपए और सोयाबिन की फसल में 1 लाख 67 हजार 912 रुपए की क्षति पहुंचाई
- शासन द्वारा खरीदे गए सोयाबीन को भी 12 क्विंटल कम मात्रा में दिखाकर 96 हजार 60 रूपए का शासन को क्षति पहुंचाई
- सोयाबीन के भूसे में 2 लाख 22 हजार 244 रुपए, चना भूसा में 76 हजार 566 की गड़बड़ी की
- सोयाबीन आधार बीज से प्राप्त राजस्व राशि में एक लाख 11 हजार 575 रुपए शासकीय खजाने में जमा कराने की बजाय खुद ही डकार गया।
- इस तरह इन सभी मामलों में 73 लाख 42 हजार 844 रुपए का गबन तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी तोमर ने किया।