आगामी 13 अक्टूबर से शुरू हो रही शारदेय नवरात्र के पूर्व नगर निगम ने रोड के गड्डों पर चूरी डालने का काम बंद कर दिया हैं।
(फोटो कैप्शन: कालिका माता मंदिर जाने वाली रोड पर है बडे़ गड्डे।)
रतलाम। आगामी 13 अक्टूबर से शुरू हो रही शारदेय नवरात्र के पूर्व नगर निगम ने रोड के गड्डों पर चूरी डालने का काम बंद कर दिया हैं। इसकी वजह ठेकेदार द्वारा चूरी की बजाए बोल्डर डालना है। अब नए सीरे से चूरी आएगी। इन सब में करीब एक माह का समय लगेगा। तब तक शहर के कालिका माता मंदिर सहित अन्य आस्था के केंद्र पर बहन-बेटियों को गड्डों वाली रोड से ही निकलना होगा। इन स्थान पर रात 2 बजे से दर्शन करने वाले श्रद्वालुओं की भीड़ उमड़ती हैं।
नगर निगम ने बारिश के बाद रोड के गड्डे ठीक करने के लिए कोई योजना बनाई ही नही। इसके चलते शहर के किसी कोने पर चले जाए, बीच रोड पर बडे़-बडे़ गड्डे के चलते पैदल चलने वालों से लेकर वाहन चालक परेशान हो गए है। इस समय नगर निगम में इन गड्डों को भरने की जवाबदेही निभाने वाले विभाग को महापौर डॉ. सुनीता यार्दे स्वयं देख रही है। इनके अलावा आयुक्त सोमनाथ झारिया ने निगम के उपयंत्री राजेंद्र मिश्रा को रखरखाव कार्य का प्रभारी बनाया हुआ है।
यह होगा अब शहर में
असल में चूरी के स्थान पर बोल्डर आने के बाद इनके रखने के स्थान पांजरापोल प्रभारी रतनसिंह ने इनको चूरी में बदलने से इंकार कर दिया। इसके बाद अब तक बोल्डर वहां रखे हुए है तो है, लेकिन शहर के गड्डों को भरने का कार्य नही हो रहा है। कांगे्रस ने तो इस मामले पर आपत्ती भी लगाई। कांगे्रस ने स्पष्ट कहा कि चूरी व मुरम का 9-9 लाख रुपए का टेंडर है तो इनके स्थान पर अन्य सामान नही आ सकता। इसके बाद से वार्डो से लेकर शहर की प्रमुख रोड पर अब तक न तो चूरी डाली जा रही है न मुरम। इसके चलते शहरवासी परेशान हो रहे है, वहअलग बात है। एेसे में अब गड्डों वाली रोड पर ही चलना होगा।
पैदल चलकर आते है श्रद्वालु
शहर के अतिप्राचिन मां कालिका माता मंदिर में दर्शन के लिए रात २ बजे बाद से लाइन लगना शुरू होती है। इसके लिए शहर के कोने-कोने से बहन-बेटिया पैदल चलकर आती है। एेसे में रोड के गड्डे इनके पैरों के लिए कितने कष्ट दायक होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता हैं।
समाधान निकाला जाएगा
चूरी डालना बंद हो गया है, इस बारे में जानकारी नही हैै। एेसा है तो बीच का समाधान निकाला जाएगा। श्रद्वालुओं को परेशानी नही आने दी जाएगी।
-डॉ. सुनीता यार्दे, महापौर, नगर निगम
चूरी के लिए कहा गया है
बोल्डर आने के बाद चूरी करने में समय लगता है। इसलिए ठेकेदार को कहा गया है कि बोल्डर के स्थान पर चूरी की व्यवस्था ठेके की शर्तो के अनुसार हो। चूरी की व्यवस्था में कुछ समय लगेगा।
-सोमनाथ झारिया, आयुक्त नगर निगम