शहर की रेलवे कॉलोनी में डेढ़ वर्ष से सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े है। इनको दूरस्त कराने का काम जीआरपी का है। जो कैमरे खराब है, उसको दूरस्त करवाने में 6 हजार का व्यय होना है, उस राशि को बचाने के लिए चोरी मंजूर, लेकिन कैमरे ठीक नहीं करवाए जा रहे है। कैमरे ठीक नहीं हो रहे तो इसका लाभ चोर उठा रहे है। एक साल में पांच बार चोरी हो गई। हमेशा की तरह जीआरपी की काम करने की प्रणाली सुस्त है व चोरों की तलाश जारी है का बयान दिया जा रहा है।
अपराधियों के होसले बुलंद शहर की रेलवे कॉलोनी में अपराधियों के होसले बुलंद है। यहां कुछ समय पूर्व रेलवे आवास में जुआ चलते आरपीएफ ने पकड़ा था व कई घंटों तक जीआरपी अपराध दर्ज करने में सफल नहीं हो पाई। इसी बीच महू रोड स्थित रेलवे कॉलोनी गुजराती चाल में बीच हथियार चले। इन सब घटनाओं से जीआरपी कोई सबक लेना नहीं चाहती है।
बंद पडे कैमरे
रेलवे कॉलोनी में रहवासियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। इनके देखरेख का काम जीआरपी का है, लेकिन अब तक कॉलोनी में लगे हुए कैमरे खराब पड़े है व इसका लाभ चोर उठा रहे है। अब तो रेलवे कॉलोनी में रहने वाले भी आरोप लगा रहे है कि जीआरपी की चोरों से सांठगांठ है, इसलिए ही कैमरे दूरस्त नहीं करवाए जा रहे है।
रेलवे कॉलोनी में रहवासियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। इनके देखरेख का काम जीआरपी का है, लेकिन अब तक कॉलोनी में लगे हुए कैमरे खराब पड़े है व इसका लाभ चोर उठा रहे है। अब तो रेलवे कॉलोनी में रहने वाले भी आरोप लगा रहे है कि जीआरपी की चोरों से सांठगांठ है, इसलिए ही कैमरे दूरस्त नहीं करवाए जा रहे है।
नहीं कोई सुराग
रेलवे आवास नंबर 1026/B में रहने वाले रेल कर्मचारी मंडराम पटेल के आवास से 14 दिसंबर 2020 को चोर करीब एक लाख रुपए का सामान ले गए। अब तक चोर जीआरपी की नजर से दूर है। न्यू रेलवे कॉलोनी में रहने वाले प्रदीप कुमार पालीवाल के आवास नंबर 923/A से चोर घर के बाहर रखी हुई कुर्सियां इसी माह ले गए। जब पालीवाल रिपोर्ट लिखवाने गए तो प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उन पर दबाव डाला गया कि रिपोर्ट नहीं लिखवाए। इस मामले के आरोपी भी फरार है।
रेलवे आवास नंबर 1026/B में रहने वाले रेल कर्मचारी मंडराम पटेल के आवास से 14 दिसंबर 2020 को चोर करीब एक लाख रुपए का सामान ले गए। अब तक चोर जीआरपी की नजर से दूर है। न्यू रेलवे कॉलोनी में रहने वाले प्रदीप कुमार पालीवाल के आवास नंबर 923/A से चोर घर के बाहर रखी हुई कुर्सियां इसी माह ले गए। जब पालीवाल रिपोर्ट लिखवाने गए तो प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उन पर दबाव डाला गया कि रिपोर्ट नहीं लिखवाए। इस मामले के आरोपी भी फरार है।
जीआरपी मिली हुई
हमारा आरोप है जीआरपी चोरों से मिली हुई है। इसलिए ही डेढ़ साल से खराब कैमरे ठीक नहीं हो रहे है। सात दिन में इनको ठीक नहीं करवाया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
हमारा आरोप है जीआरपी चोरों से मिली हुई है। इसलिए ही डेढ़ साल से खराब कैमरे ठीक नहीं हो रहे है। सात दिन में इनको ठीक नहीं करवाया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
– अशोक तिवारी, प्रवक्ता, वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन तुंरत आदेश दे रहे
पहली बार पता चला है कि रेलवे कॉलोनी में कैमरे रखरखाव का कार्य जीआरपी का है। तुरंत रखरखाव के आदेश जारी किए जा रहे। जहां तक चोरी की बात है, प्रयास जारी है कि चोर पकड़ में आ जाए।
– निबेदिता जोशी, रेल एसपी