महिला ने जेसीबी को रोका, प्रशासन ने हटाया कब्जा
शहर एसडीएम अनिल भाना और तहसीलदार रश्मि श्रीवास्तव ने न्यायालय के एक आदेश के बाद शंकर मंदिर प्रबंधन से जुड़ी जमीन पर अवैध कब्जे को हटाया। अमला दोपहर में जब उक्त स्थल पर पहुंचा तो अतिक अली की पत्नी जफरबी विरोध में सामने आ गई। महिला ने पहले तो एसडीएम भाना और तहसीलदार से कार्रवाई को मनमाना बताकर रोकने के लिए कहा, लेकिन जब अधिकारियों ने न्यायालय के आदेश की बात कही तो महिला विरोध में जेसीबी के सामने खड़ी हो गई। तहसीलदार श्रीवास्तव ने महिला को समझाकर हटवाया लेकिन वो अचानक जमीन पर लेट बेहोश हो गई।
शहर एसडीएम अनिल भाना और तहसीलदार रश्मि श्रीवास्तव ने न्यायालय के एक आदेश के बाद शंकर मंदिर प्रबंधन से जुड़ी जमीन पर अवैध कब्जे को हटाया। अमला दोपहर में जब उक्त स्थल पर पहुंचा तो अतिक अली की पत्नी जफरबी विरोध में सामने आ गई। महिला ने पहले तो एसडीएम भाना और तहसीलदार से कार्रवाई को मनमाना बताकर रोकने के लिए कहा, लेकिन जब अधिकारियों ने न्यायालय के आदेश की बात कही तो महिला विरोध में जेसीबी के सामने खड़ी हो गई। तहसीलदार श्रीवास्तव ने महिला को समझाकर हटवाया लेकिन वो अचानक जमीन पर लेट बेहोश हो गई।
खड़े होकर चेतावनी भी दे दी मामला बढऩे पर एसडीएम ने महिला पुलिसकर्मी की मदद से उक्त महिला को थाने ले जाने के लिए कहा। बुधवार की दोपहर प्रशासन का अमला न्यायालय के आदेश के बाद एक खेत से कब्जा हटाने पहुंचा तो महिला के विरोध का सामना करना पड़ा। महिला ना सिर्फ कार्रवाई के विरोध में जमीन पर लेट गई, बल्कि जेसीबी के आगे खड़े होकर चेतावनी भी दे दी। मामला बढऩे पर पुलिसकर्मियों ने महिला को थाने भेज दिया।
महिला अस्पताल में भर्ती इसके बाद प्रशासनिक अमले ने अवैध कब्जा हटाया और खेत में भी जेसीबी चलवा दी। कच्चे निर्माण के साथ ही खेत के पास बने झोपड़े व सामान भी हटाए गए। महिला का आरोप है कि उसके साथ मारपीट की गई, इसके बाद वह देरशाम को जिला अस्पताल मेंं दाखिल हुई है। वहीं, एसडीएम भाना ने बताया कि महिला को सालाखेड़ी चौकी से बाद में छोड़ दिया गया था, किसी तरह की मारपीट महिला के साथ नहीं हुई।