इनकी गेट पर खडे़ होकर यात्रियों को रोकने वाले न ऑटो संचालक सून रहे है न अवैध रुप से दुपहियां वाहन को पार्क करने वाले।
रतलाम। मंडल रेल मुख्यालय स्टेशन पर आरपीएफ की पकड़ ढीली हो गई हैं। इनकी गेट पर खडे़ होकर यात्रियों को रोकने वाले न ऑटो संचालक सून रहे है न अवैध रुप से दुपहियां वाहन को पार्क करने वाले। इसकी मुख्य वजह बूथ पर बैठने वाले जवानों का काम के बजाए मोबाइल में गेम खेलन में व्यस्त रहना हैं।
रतलाम स्टेशन को दो बार अलग-अलग तरीके से बम से उड़ाने की धमकी मिल चूकी हैं। इसके बाद भी आरपीएफ की यह लापरवाही किसी दिन भारी पडेग़ी। इस स्टेशन के बाहर ही कुछ वर्ष पूर्व सिमी के गुर्गो व एसटीफ के बीच आमने-सामने की गोलीबारी व एक जवान के शहीद होने की घटना हुई थी। इसके बाद भी आरपीएफ के समझ नही पड़ रही है कि स्टेशन पर व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करना कितना जरुरी हैं।
खुद के संदेश का नही ध्यान
आरपीएफ ने प्लेटफॉर्म नंबर 4 के बाहर सूचना देने के लिए एक होर्डिंग शनिवार सुबह लगवाया व दोपहर होते-होते वह ओंधे मुंह गिर गया। रात तक इस पर किसी का ध्यान नही गया कि इसको सीधा कर देवे। इस सूचना बोर्ड पर लिखा हुआ है कि दुपहियां वाहन चालक अपने वाहन सही स्थान पर पार्क करे। जहां यह बोर्ड सूचना देने के लिए लगाया, उस बोर्ड के ठीक पीछे ही एक यात्री ने अपना वाहन खड़ा कर दिया।
नही सुनते ऑटो चालक भी
एेसा नही है कि आरपीएफ का ध्यान सिर्फ एेसे बोर्ड पर नही गया हो। इनकी तो अब ऑटो चालकों ने सुनना भी बंद कर दिया हैं। जैसे ही कोई ट्रेन आती है, ऑटो चालक प्लेटफॉर्म के गेट पर खडे़ होकर उनको घेरना शुरू कर देते हैं। एेसे में युवतियों व अकेली महिलाओं को परेशानी होती हैं।
यह सब नजारा या तो देखकर आरपीएफ के जवाब मुंह फेर लेते है या फिर मोबाइल में गेम खेलने में व्यस्त रहते हैं। ऑटो चालकों के होसले इतने बुलंद हो गए है कि प्लेटफॉर्म नंबर 5 से 7 तक जाने के लिए स्टेशन के बाहर बने पैदल पुल पर चढ़कर उपर तक आ जाते हैं। एेसे में यहां भी यात्रियों को आने-जाने में परेशानी आ रही हैं। वाणिज्य विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि पूर्व में इस संबध में आरपीएफ को सहयोग के लिए कहा था, लेकिन अधिकारी बदलते ही अव्यवस्थाएं हावी हो गई।
इन नंबर पर करे शिकायत
आरपीएफ बल प्रभारी सत्येंद्रसिंह-9752492713
आरपीएफ बल प्रभारी एसके सुधाकर-9752492700
हेल्पलाइन-182
आरपीएफ नियत्रंण कक्ष-9752492709
डीआरएम को करे शिकायत
इस संबध में पूर्व में निर्देश जारी हो चूके हैं। इसके बाद भी यात्रियों को परेशानी आ रही है तो सीधे मंडल रेल प्रबंधक से मिलकर या उनके ट्वीटर पर शिकायत करे।
-जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल