शहर के अमृत सागर तालाब के पास गैस आधारित कंट्रोल होने वाले अत्याधुनिक बिजली सब स्टेशन तैयार करने का कार्य बंद हो गया है। इसकी शुरुआत सितंबर - अक्टूबर 2021 में हुई थी। बताया जा रहा है कि जिस कंपनी को निर्माण का ठेका दिया गया, वो समय पर संसाधन उपलब्ध नहीं करवा पा रही है, इसलिए काम रुक गया है।
जीआईएस तैयार किया जा रहा बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक शहर के अमृत सागर तालाब के पास अत्याधुनिक गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन यानि जीआईएस तैयार किया जा रहा था। तालाब के पास की जमीन को सिविल कार्य के माध्यम से सब स्टेशन के लिए तैयार करने का कार्य बीस दिन से फिलहाल बंद है। यहां 33/11 केवी का सब स्टेशन बनाया जाना है। इसकी क्षमता पांच मैगावाट की तय की गई है। यह लगभग 25 हजार लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराने का कार्य करने के लिए बन रहा था। करीब 3 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत वाले इस सब स्टेशन के निर्माण कार्य रुकने के बाद अब अधिकारी संबंधीत कंपनी को नोटिस देने की तैयारी कर रहे है।
33/11 केवी का बनना है बिजली कंपनी ने जब इस निर्माण कार्य की शुरुआत की थी, तब दावा किया गया था कि 33/11 केवी के इस सब स्टेशन के निर्माण से क्षेत्र के करीब १५ हजार रहवासियों को लाभ होगा। दावे तो किए गए, लेकिन अब निर्माण कार्य ठहर गया है। इससे इसकी लागत भी बढऩा तय है। हालांकि बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक यह प्रयास चल रहे है कि जल्दी रुका हुआ कार्य शुरू हो। फिलहाल यहां पर बेस निर्माण अधूरा पड़ा है।
