नगर निगम में भी हुआ था विरोध, व्यवस्था बंद
नगर निगम में भी सफाई कर्मचारियों के साथ यहां के अन्य कर्मचारियों के लिए बायोमैट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था लागू की गई थी, जिसका कर्मचारियों ने खूब विरोध किया था। मशीन के माध्यम से हाजिरी न लगाना पड़े उसके लिए कर्मचारियों ने प्रदर्शन के दौरान कई तर्क भी दिए थे। विरोध बढऩे की स्थिति में मजबूरन निगम को सफाई कर्मियों की मांग मानना पड़ी थी।
गिरदावरी एप का विरोध
राजस्व से जुड़े मामलों में जमीनों की नपती सहित अन्य प्रकरणों के मामलों में लगातार मिलती शिकायतों को ध्यान में रखते हुए शासन ने पटवारी, आरआई सहित इस काम से जुड़े अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए गिरदावरी एप डाउनलोड कर उस पर आवेदक की शिकायत के संबंध में जानकारी डालने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन इस एप को डाउनलोड कर इस पर काम करने से अब ये लोग भी मना कर रहे है। फिलहाल प्रशासन इसे लागू नहीं करवा पाया है, पटवारियों को स्मार्ट फोन के पैसे भी दिए गए हैं।
पुलिस में भी शुरू हो रही व्यवस्था
फील्ड में रहकर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों पर नजर रखने के लिए पुलिस भी अब नई तकनीक का सहारा लेने जा रही है। पुलिस अब डिजीटल रेडियो मोबाइल सिस्टम के माध्यम से फील्ड में रहने वाले हर कर्मचारी पर आसानी से नजर रख सकती है। इस व्यवस्था को लागू करने के पीछे उद्देश्य यह है कि कई बार घटना होने के बाद भी सूचना के काफी देर बाद तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती है, जिसके चलते लोगों में आक्रोश पनपता है और पुलिस की छवि भी धूमिल होती है। पुलिस के समय पर नहीं पहुंचने का कारण फील्ड ड्यूटी पर रहने वाले कर्मचारियों को इधर-उधर होना रहता है। एेसे में उन पर नजर रखने के लिए नई व्यवस्था लागू की जा रही है।
नगर निगम में भी सफाई कर्मचारियों के साथ यहां के अन्य कर्मचारियों के लिए बायोमैट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था लागू की गई थी, जिसका कर्मचारियों ने खूब विरोध किया था। मशीन के माध्यम से हाजिरी न लगाना पड़े उसके लिए कर्मचारियों ने प्रदर्शन के दौरान कई तर्क भी दिए थे। विरोध बढऩे की स्थिति में मजबूरन निगम को सफाई कर्मियों की मांग मानना पड़ी थी।
गिरदावरी एप का विरोध
राजस्व से जुड़े मामलों में जमीनों की नपती सहित अन्य प्रकरणों के मामलों में लगातार मिलती शिकायतों को ध्यान में रखते हुए शासन ने पटवारी, आरआई सहित इस काम से जुड़े अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए गिरदावरी एप डाउनलोड कर उस पर आवेदक की शिकायत के संबंध में जानकारी डालने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन इस एप को डाउनलोड कर इस पर काम करने से अब ये लोग भी मना कर रहे है। फिलहाल प्रशासन इसे लागू नहीं करवा पाया है, पटवारियों को स्मार्ट फोन के पैसे भी दिए गए हैं।
पुलिस में भी शुरू हो रही व्यवस्था
फील्ड में रहकर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों पर नजर रखने के लिए पुलिस भी अब नई तकनीक का सहारा लेने जा रही है। पुलिस अब डिजीटल रेडियो मोबाइल सिस्टम के माध्यम से फील्ड में रहने वाले हर कर्मचारी पर आसानी से नजर रख सकती है। इस व्यवस्था को लागू करने के पीछे उद्देश्य यह है कि कई बार घटना होने के बाद भी सूचना के काफी देर बाद तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती है, जिसके चलते लोगों में आक्रोश पनपता है और पुलिस की छवि भी धूमिल होती है। पुलिस के समय पर नहीं पहुंचने का कारण फील्ड ड्यूटी पर रहने वाले कर्मचारियों को इधर-उधर होना रहता है। एेसे में उन पर नजर रखने के लिए नई व्यवस्था लागू की जा रही है।