जीएम आए तब क्या हुआ जब महाप्रबंधक गुप्ता आए तब बैरागढ़ से लेकर नागदा तक निरीक्षण में उन्होंने हर स्टेशन पर बिल बुक से लेकर बिलिंग मशीन आदि की जांच की थी। इस जांच के दौरान उन्होने एक-दो स्टेशन पर फटकार भी लगाई थी। इस बीच जांच किस तरह से महाप्रबंधक कर रहे है, इस बारे में सूचना पहुंच गई। इसके बाद ताबड़तोड़ शाम को ४ बजे कैन मंगवाकर दिखाने के लिए जनआहार केंद्र सहित सभी स्टॉल पर रखी गई।
जीएम के जाते ही क्या हुआ महाप्रबंधक के जाते ही इन कैन को गायब कर दिया गया। अब हालात ये है कि किसी भी स्टॉल पर चले जाए, यात्रियों के लिए नि:शुल्क पेयजल उपलब्ध ही नहीं है। जबकि रेलवे की खानपानी नीति के अनुसार ये साफ नियम है कि यात्री कुछ वस्तु खरीदे या नहीं खरीदे, स्टॉल संचालक उसको नि:शुल्क पेयजल उपलब्ध कराने से इंकार नहीं कर सकता। स्थिति इसके उलट है कि जनआहार केंद्र सहित हर स्टॉल पर से कैन गायब हो गई है। इनका उपयोग यात्रियों के बजाए ये स्वयं के लिए कर रहे है व यात्री को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।
इसलिए हो रहा ये
असल में हर माह वाणिज्य विभाग के अधिकारियों को नियम अनुसार स्टेशन का निरीक्षण करने का नियम है। इसके विपरीत मंडल मुख्यालय में मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर को छोड़ दे तो वाणिज्य विभाग के अधिकारी कभी स्टेशन पर न तो सख्ती से जांच करने पहुंचे न ही इन्होने यात्री सुविधा के मामले में कोई रुचि ली। इसके चलते ही यात्रियों के साथ गड़बड़ हो रही है।
इन नंबर पर करें शिकायत
वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक- 1752492950
वाणिज्य प्रबंधक-175२49251
असल में हर माह वाणिज्य विभाग के अधिकारियों को नियम अनुसार स्टेशन का निरीक्षण करने का नियम है। इसके विपरीत मंडल मुख्यालय में मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर को छोड़ दे तो वाणिज्य विभाग के अधिकारी कभी स्टेशन पर न तो सख्ती से जांच करने पहुंचे न ही इन्होने यात्री सुविधा के मामले में कोई रुचि ली। इसके चलते ही यात्रियों के साथ गड़बड़ हो रही है।
इन नंबर पर करें शिकायत
वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक- 1752492950
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