रतलाम

12 वर्षों बाद सावन में मूसलधार बारिश, 38 इंच पार

जिले की कुल वर्षा करीब 36 इंच मानी गई

रतलामAug 17, 2019 / 07:25 pm

Mukesh Mahavar

12 वर्षों बाद सावन में मूसलधार बारिश, 38 इंच पार

रतलाम . भारी बारिश की चेतावनी के बीच बीते 24 घंटे में रतलाम जिले में औसत 4 इंच बारिश ने नदी-नालों को उफान पर ला दिया। वहीं, बांध और तालाबों से भी पानी छलक पड़ा। करीब 12 वर्षो के बाद जिले की कुल वर्षा का आंकड़ा रेकार्ड तोड़ते हुए सावन माह समाप्त होने के साथ 38 इंच को पार कर गया है। जिले की कुल वर्षा करीब 36 इंच मानी गई है। हनुमान ताल पर वेस्टवेयर शुरू हो गए है तो धोलावाड़ के तीन गेट खोलना पड़े। हालांकि मानसून की मूसलधार मेहरबानी के बीच अव्यवस्था की आफत परेशानी बनी। शहर की सड़कों पर गड्ढें भरने में देरी से वाहन चालक फंसते रहे। वहीं, जिला अस्पताल सहित शासकीय कार्यालयों पर कर्मचारियों को टपकती छतों के तले काम करना पड़ा।
मानसून सत्र की जोरदार बारिश में 12 वर्षो के बाद औसत वर्षा का रेकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले वर्ष 2006 के दौरान बारिश का आंकड़ा 36 इंच को पार कर गया था। इस वर्ष १५ अगस्त तक यह आंकड़ा 38 इंच को पार कर गया है। रतलाम में शुक्रवार सुबह से शाम तक 1 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि औसत वर्षा ५७७ मिमी मानी गई है। 16 अगस्त की सुबह 8 बजे समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान जिले के जावरा वर्षा मापी केंद्र पर 52 मिलीमीटर, ताल में 88 मिलीमीटर, आलोट में 112 मिलीमीटर, पिपलोदा में 70 मिलीमीटर, बाजना में 73 मिलीमीटर, रतलाम में 47.8 मिलीमीटर, रावटी में 53.2 मिलीमीटर तथा सैलाना विकासखंड क्षेत्र में 56 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।

सड़कों को कर दिया छलनी, वार्डों में चूरी-मुरम की मांग
गड्ढों में डाल रहे मुरम…तेज बारिश के बाद शहर की ज्यादातर सड़क छलनी हो गई है। शुक्रवार को सुबह से ही पांजरापोल पर चूरी-मुरम की मांग के साथ पार्षदों ने दस्तक दे दी। वहीं, निगमायुक्त एसके सिंह ने दोपहर में इंजीनियरों की बैठक ली और चौराहों-तिराहों पर चूरी-मुरम डलवाई। शहर की कॉलोनियों में पहुंच रास्ते भी कीचड़ से पटे होने से आवाजाही बाधित होती रही।
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