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बिना डॉक्टर की सलाह के बेच रहे थे नशा युक्त खांसी की दवा, कार्रवाई

locationरतलामPublished: Sep 23, 2019 04:59:10 pm

खांसी में काम आती है कोडिन युक्त दवाएं, तीन मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई

बिना डॉक्टर की सलाह के बेच रहे थे नशा युक्त खांसी की दवा, कार्रवाई

बिना डॉक्टर की सलाह के बेच रहे थे नशा युक्त खांसी की दवा, कार्रवाई

रतलाम। बिना डॉक्टर की सलाह और बिल के नशा युक्त दवाएं बेचने की सूचना पर औषधि प्रशासन की टीम ने शहर के तीन मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई की। इतना ही नहीं टीम की कार्रवाई की जानकारी मिलने पर बाजना बस स्टैंड क्षेत्र के दो मेडिकल स्टोर से जुड़े लोग अपनी दुकान बंद कर गायब हो गए। टीम ने जिन तीन दुकानों पर जांच की वहां पर दवाओं को बेचने के संबंध में कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है। एेसे में औषधि प्रशासन की टीम अब उक्त दुकानों के खिलाफ लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई किए जाने की बात कह रही है।
औषधि प्रशासन की टीम को सूचना मिलने के बाद टीम विभाग प्रमुख सारिका अग्रवाल के साथ पहले कॉलेज रोड स्थित मॉर्डन केमिस्ट एंड जनरल स्टोर, मणि केमिस्ट गौशाला रोड, नलवाया केमिस्ट बाजना बस स्टैंड पहुंची। टीम ने इन तीनों दुकानों के संचालकों से उनके यहां से बेची जा रही डिकोडिन युक्त दवाओं के बारे में जानकारी मांगी। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा खरीदी व बिक्री के बिल के साथ जिन लोगों को दवाएं दी गई है, उनके बिल और किस डॉक्टर की सलाह पर किसे दी गई है, उसकी जानकारी मांगी गई जो कोई भी मेडिकल स्टोर का संचालक उपलब्ध नहीं करा सका।
फार्मासिस्ट भी नहीं मिले- टीम द्वारा जांच करने पर किसी दुकान पर फार्मासिस्ट मौजूद नहीं था, तो किसी दुकान पर संबंधित व्यक्ति बिल प्रस्तुत नहीं कर सका। इतना ही नहीं दुकान से जुड़े दस्तावेज मांगने पर वह भी नहीं दिखा पाए, जिसके चलते टीम ने तीनों मेडिकल स्टोर पर अनियमिताएं उजागर होने पर कागजी कार्रवाई पूरी की। यहां के बाद टीम बाजना बस स्टैंड पर स्थित सोनगरा मेडिकल स्टोर व धाकड़ केमिस्ट पर पहुंची तो वहां पर स्टोर संचालक टीम पहुंचने के पहले दुकान बंद कर गायब हो गए।
नशे के काम आती है दवा – औषधि विभाग की माने तो डिकोडिन युक्त दवाएं खासी की बीमारी के काम आती है लेकिन उक्त दवा सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ले सकते है। वहीं मेडिकल स्टोर संचालक जिस व्यक्ति को उक्त दवा देता है, उसे बिल भी संबंधित को देना होता है और बिना डॉक्टर पर्चे के कोई भी मेडिकल दुकान से यह दवा किसी भी व्यक्ति को नहीं दी जा सकती है लेकिन शहर में जिन दुकानों पर टीम पहुंची वहां पर नियमों का खुला उल्लघंन चल रहा था, जिसके चलते टीम ने कार्रवाई की। कई लोग नशे के लिए भी इन दवाओं का उपयोग करते है। इसी कारण से यह प्रतिबंधित होती है और बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं दी जा सकती है और दुकान संचालक को भी इसकी खरीदी बिक्री के बिल रखने होते है।
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