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नवरात्र मेला: बरसते 8 दिनों में बह गया 30 लाख का कारोबार

locationरतलामPublished: Oct 07, 2019 05:55:00 pm

नवरात्र मेला: बरसते 8 दिनों में बह गया 30 लाख का कारोबार

नवरात्र मेला: बरसते 8 दिनों में बह गया 30 लाख का कारोबार

नवरात्र मेला: बरसते 8 दिनों में बह गया 30 लाख का कारोबार

रतलाम। शहर में नवरात्र मेला पर बारिश का साया रविवार को भी मंडराता रहा। रात के समय बंूदा-बांदी के चलते मेले में आए लोग जल्दी वापस लौट गए। अब मेले के महज दो ही दिन शेष है। जबकि शुरूआती आठ दिन में से छह दिन बारिश के चलते कारोबार नहीं हो पाया। दुकानदारों की माने तो आठ दिनों में करीब ३० लाख का कारोबार बारिश के कारण प्रभावित हुआ है। मेला अवधि नहीं बढ़ी तो भाड़ा निकालना भी मुश्किल पड़ेगा।
शहर के कालिका माता मंदिर परिसर में 29 सितंबर से 8 अक्टूबर तक निर्धारित नवरात्र मेला के सातवें दिन भी कारोबारी रौनक नजर नहीं आई। हालांकि तेज बारिश ने राहत दी, लेकिन रात करीब 8 बजे अचानक बंूदा-बांदी शुरू हो जाने से लोग वापस लौट गए। लगातार बारिश और फिर इससे उपजी अव्यवस्थाओं के कारण मेले में अब तक दुकानदारों को कुछ खास लाभ नहीं मिला है। ज्यादातर संचालक बारिश से सामान बचाने और फिर जमाने में लगे रहे तो कम समय दुकान खुलने से भी ग्राहकी पर्याप्त नहीं हुई। पहले तीन दिन तो बारिश के कारण ग्राहकी ही शुरू नहीं हो पाई थी, इसके बाद भी बारिश का व्यवधान जारी रहा और सातवें दिन रविवार तक मेले में कारोबार बेहद मंदा रहा है।
दो दिन शेष, अवधि बढ़ाने पर फैसला नहीं
नवरात्र मेला की अवधि फिलहाल 8 अक्टूबर तक है और रविवार को अवकाश के चलते मेला अवधि बढ़ाने संबंधी कोई फैसला नहीं हुआ। अब सोमवार के बाद एक दिन शेष रहेगा, ऐसे में संभावना है कि नगर निगम आज शाम तक इस संबंध में निर्णय ले सकेगा। मेले से जुड़े अधिकारियों की माने तो मेला अवधि को कुछ दिन बढ़ाया जा सकता है, लेकिन इस संबंध में कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों से भी चर्चा करना शेष है। शहर में धारा 144 लागू होने के कारण निगम बिना चर्चा के इस पर फैसला नहीं करेगा।
जमा राशि वापसी पर भी निगम नहीं कर पा रहा फैसला
नवरात्र मेला में सुरक्षा कारणों का हवाला देकर झूला-चकरी को चलाने पर रोक लगा दी गई है। इस ब्लॉक के सभी संचालक पहले दिन से ही खाली हाथ बैठे है तो अन्य परिसर के दुकानदारों की ग्राहकी भी औसत तक नहीं पहुंचा पाई है। बारिश के कारण कुछ सामान भी खराब हो गया है। निगम में पक्ष के नेता और महापौर परिषद के सदस्य प्रेम उपाध्याय ने जमा राशि वापस किए जाने की मांग का पत्र लिखा था तो पूर्व पार्षद महेन्द्र कटारिया ने भी निगम से दुकानदारों की जमा राशि वापस लौटाने की मांग की है, लेकिन निगम और मेला समिति इस संबंध में निर्णय नहीं ले पाई है।
बाहर के शहरों से आए 100 से ज्यादा दुकानदार
मेला में करीब 229 ब्लॉक आवंटित किए गए है तो अस्थाई एवं ठेला लगाकर दुकान चलाने वाले 23 संचालक भी है। जगह और दुकान अनुसार निगम ने इनसे राशि जमा कराई है। करीब 100 दुकानदार ऐसे है जो रतलाम के बाहर के है, इनका कारोबार प्रभावित होने के कारण मेला अवधि बढ़ाने की मांग उठने लगी है। धामनोद से आए हारून माली ने बताया कि सात दिन में करीब 25 से 30 लाख के कारोबार पर बारिश ने पानी फेर दिया है, आगे भी ग्राहकी जोर पकड़ेगी इस पर संदेह है।
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