
Ratlam News :मध्य प्रदेश के रतलाम शहर में आज सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार के आह्वान पर होने वाले आंदोलन को लेकर विधायक और प्रशासन-पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। प्रशासन ने जहां आंदोलन को लेकर किसी तरह की अनुमति न देते हुए प्रकदर्शन स्थल के 100 मीटर दायरें में किसी भी प्रकार का प्रदर्शन करने की अनुमति रद्द कर दी थी, जिसके बीद विधायक डोडियार ने जिले ही नहीं प्रदेश और देश के ज्यादा से ज्यादा आदिवासी समाजजनों के पहुंचने की अपील जारी कर मामले को गर्मा दिया। मंगलवार को एसपी अमित कुमार, एएसपी राकेश खाखा और एसडीएम अनिल भाना ने स्टेडियम बंद कर दिया था। इसके चलते विधायक डोडियार ने साथियों के साथ मिलकर आज बंजली हवाई पट्टी पर प्रदर्शन करना सुनिश्चित किया। हालांकि, पुलिस ने विधायक को बंजली हवाई पट्टी से हिरासत में ले लिया है।
आंदोलन को देखते हुए कुछ स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी गई है। मित्र निवास रोड, बरबड़ रोड पर चलने वाले निजी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। जबकि, अन्य स्कूलों में सुबह की शिफ्ट में 11.30 बजे और दोपहर की शिफ्ट में शाम 4.30 बजे अवकाश करने का फैसला निजी स्कूलों द्वारा लिया गया है। इन सब के बीच शहर में आंदोलन वाले क्षेत्र पर सुबह से चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार अपने साथियों के साथ गत 5 दिसंबर को जिला अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल के कई वार्डों का भ्रमण और यहां इमरजेंसी ओपीडी में तैनात डॉ. सीपीएस राठौर से उनकी बहसबाजी हो गई थी। इसी बहस का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें डॉक्टर उन्हें गालियां देते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, बात शुरु कहां से हुई, उसका वीडियो सामने नहीं आया। इसके बाद दोनों पक्षों ने 6 दिसंबर को एक-दूसरे के खिलाफ स्टेशन रोड थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। यहीं से मामले ने तूल पकड़ा और अगले दिन विधायक डोडियार ने 11 दिसंबर को रतलाम में बड़े आंदोलन का ऐलान कर दिया। इसमें पूरे प्रदेश से आदिवासी समाजजनों से आह्वान किया कि वे इस आंदोलन में भाग लेने रतलाम पहुंचे।
प्रशासन की तरफ से एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव ने मंगलवार को आदेश जारी करके आंदोलन को किसी तरह की अनुमति नहीं देने की बात कही है। इस आदेश में एडीएम ने विधायक डोडियार ने प्रशासन को तीन पत्र लिखे थे जिनमें उन्होंने आंदोलन के दौरान सुरक्षा के बतौर ऑडियो-वीडियो रिकार्डिंग कराने, सीसीटीवी कैमरे लगाने, हैंडकैम रखने, पुलिस बल रखने, विशेष कंपनी तैनात करने की बात का उल्लेख करते हुए कहा कि आपकी तरफ से आंदोलन को लेकर कोई अनुमति नहीं ली गई है। साथ ही असामाजिक तत्वों के आंदोलन में शामिल होने पर अप्रिय स्थिति निर्मित होने, व्यवधान उत्पन्न होने की आशंका होने के बाद भी अनुमति नहीं ली गई है। एडीएम ने आदेश में कहा कि आंदोलन करने की अनुमति नहीं दी जाती है। बिना अनुमति के सार्वजनिक स्थल पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता है तो उल्लंघनकर्ताओं के विरुद्ध अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
मामले को लेकर रतलाम एसपी अमित कुमार ने बताया कि, किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए हम पूरी तरह तैयार है। प्रशासन ने आयोजन की अनुमति नहीं दी है। इसलिए हमारी तैयारी है। सभी जगह चैकिंग पाइंट लगाए जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगरानी की जाएगी। पूरा बलवा ड्रिल के साथ पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे। बाहर से भी पांच सौ का बल बुलवाया गया है।
वहीं, दूसरी तरफ सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने गिरफ्तारी से पहले कहा था कि प्रशासन से हमने कोई अनुमति मांगी ही नहीं तो उनके अनुमति नहीं देने का आदेश औचित्यहीन है। 4 राज्यों से हमारे समर्थक आए हैं। हमारा अनुमान है कि, कुल 1 लाख लोग इस आंदोलन में शामिल होंगे। ये आंदोलन होकर रहेगा।
Updated on:
11 Dec 2024 12:09 pm
Published on:
11 Dec 2024 11:47 am
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