सरवन पुलिस थाने के अंतर्गत 27 मई को अलकाखेड़ा निवासी ये चारों युवक किसी वाहन पर डीजे बांधकर उस पर तेज गाने बजाते हुए निकल रहे थे। इस पर सेरा गांव के यहां बेड़दा चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर जितेंद्र चौहान और दो आरक्षकों मनोज मुजाल्दे और अरुण पोरवाल ने रोका तो डीजे की तेज आवाज की वजह से ये लोग नहीं रुके। बाद में इन्हें पकड़ कर सेरा, अलकाखेड़ा और बेड़दा ले जाया गया। चारों युवकों सीताराम पिता बापूराम, राजू पिता बापूराम, जीवनलाल पिता रायचंद और संतोष पिता कनीराम को पुलिस ने गिरफ्तार करके इनके साथ चौकी में जमकर मारपीट की। इसमें सीताराम तो अगले दिन जिला अस्पताल में आकर भर्ती हो गया। जीवनलाल को भी चोंटे आने से वह २९ मई को जिला अस्पताल में आकर भर्ती हुआ।
सोश्यल मीडिया पर वायरल हुए फोटो
पुलिस मारपीट में घायल दोनों युवकों के फोटो सोश्यल मीडिया पर लायरल हो गए। इसके बाद जिला और पुलिस प्रशासन हरकत में आया और दोपहर बाद सीएसपी हेमंत चौहान, स्टेशन रोड थाना प्रभारी किशोर पाटनवाला और सरवन पुलिस थाना प्रभारी बीएल भाभर जिला अस्पताल पहुंचे और परिजनों से चर्चा की। आक्रोषित परिजनों को अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है।
सैलाना विधायक ने भी लिखा पत्र
सैलाना विधायक हर्षविजय गेहलोत ने युवकों से मारपीट को लेकर शनिवार को पुलिस अधीक्षक के नाम पर एक पत्र लिखा कि चारों युवकों से मारपीट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। आदिवासी युवकों के साथ बेवजह मारपीट करना पुलिस का अमानवीय चेहरा दर्शाता है। गेहलोत ने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में दो दिन में सख्त कार्रवाई करने की बात कहते हुए आंदोलन करने की चेतावनी भी दी थी।
दोपहर बाद तीनों निलंबित
दोपहर बाद पुलिस प्रशासन ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए बेड़दा चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर जितेंद्र चौहान, आरक्षक मनोज मुजाल्दे और अरुण पोरवाल को निलंबित करके लाइन अटैच कर दिया है। सरवन थाना प्रभारी भाभर ने बताया कि तीनों को लाइन अटैच कर दिया है। सैलाना एसडीओपी बीएल सोलंकी माले की जांच करेंगे। शनिवार को हमने परिजनों को समझा दिया है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है।