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एसपी क्लास लेने में व्यस्त: यातायात सप्ताह भी नहीं सुधार सका यातायात, पुलिस बच्चों को देती रह गई ज्ञान

locationरतलामPublished: Feb 12, 2019 05:56:17 pm

Submitted by:

Yggyadutt Parale

एसपी क्लास लेने में व्यस्त: यातायात सप्ताह भी नहीं सुधार सका यातायात, पुलिस बच्चों को देती रह गई ज्ञान

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एसपी क्लास लेने में व्यस्त: यातायात सप्ताह भी नहीं सुधार सका यातायात, पुलिस बच्चों को देती रह गई ज्ञान

रतलाम। जिलेभर में मनाए गए सड़क सुरक्षा सप्ताह का सोमवार को विधिवत रूप से समापन हुआ। जिला मुख्यालय पर शहर में महू रोड स्थित पुलिस कंट्रोल रूम पर समापन समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान यहां उपस्थित दोपहिया वाहन चालकों को पुलिस ने अपनी और से हेलमेट भी वितरीत किए। कार्यक्रम में शामिल हुई कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह से नागरिकों में यातायात प्रबंधन व दुर्घटनाओं की रोकथाम के संबंध में जागरूकता का संचार हुआ है।
कलेक्टर ने कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान उठाए गए कदम सतत जारी रखें। दुर्घटनाओं की रोकथाम और सुव्यवस्थित यातायात प्रबंधन की दिशा में सभी को जागरूक रहना और सतत जागरूकता रखना बहुत जरूरी है। जिला प्रशासन द्वारा भी इस दिशा में कदम उठाए जा कर संबंधित विभागों को कार्य योजना में जोड़ा गया है।

बच्चे चलाएंगे वाहन तो होगी कार्रवाई
एसपी गौरव तिवारी ने कहा कि सप्ताह के दौरान यातायात पुलिस द्वारा नागरिकों को समझाइश देने का कार्य किया गया। इस दौरान यातायात पुलिस द्वारा चालान नहीं काटे गए हैं परंतु अब यदि कोई भी व्यक्ति कानून का उल्लंघन करेगा तो उसका चालान काटा जाएगा। जिले में नाबालिग बच्चों द्वारा वाहन चालान पर सख्त अंकुश रखा जाएगा। शराब पीकर वाहन चालन करने वालों के चालान बनाए जाएंगे, साथ ही लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई भी की जाएगी।

ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष यास्मीन शेरानी ने कहा कि सभी नागरिक शहर के अच्छे यातायात के लिए नियमों का पालन करें और अपने बच्चों को भी समझाइश देवे। कार्यक्रम में एएसपी प्रदीप शर्मा सीएसपी विवेक सिंह चौहान, रोटरी व लायंस क्लब के पदाधिकारी व अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डीएसपी ट्रैफि क विलास वाघमारे ने किया।

रिमांड खत्म ठेकेदार भी पहुंचा जेल
रतलाम. शहर में दस करोड़ के राशन घोटाले में गिरफ्तार हुए ठेकेदार यशवंत गंग का पुलिस रिमांड सोमवार को खत्म हो गया। थाना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने दोपहर बाद उसे न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस की माने तो अब तक की पूछताछ में यशवंत ने कई बाते कहीं है, इसमें निगम में पूर्व सिटी इंजीनियर रहे एक अधिकारी पर भी उनके हिसाब से काम करने का आरोप लगा है। एेसे में सेवानिवृत्त हुए कुछ अधिकारी व कर्मचारी भी अब जांच के घेरे में आ रहे है।

यशवंत का कहना था कि उसका काम सिर्फ पोर्टल पर सत्यापन करने का था, जो वह करता था, लेकिन फिजिकल सत्यापन का काम संबंधित विभाग के अधिकारियों का था। वैसे भी मेरी एक आईडी से अन्य अधिकारियों ने काम का लोड बढऩे पर अन्य कर्मचारियों को बुलाकर काम कराया था। एेसे में इसके लिए वे लोग दोषी है क्यो कि सारी गड़बड़ी उन्ही लोगों ने की है। इस पूरे मामले में उसका कोई दोष नहीं है, उसे बिना काम के आरोपी बनाया जा रहा है।
तो ठेका होगा निरस्त

यशवंत की माने तो नगर निगम के अधिकारी उसे डराते धमकाते थे। उनका कहना होता था कि यदि आईडी पासवर्ड देकर उनके हिसाब से काम नहीं करूंगा तो ठेका निरस्त कर देंगे। उनकी धमकी के कारण ही उनके हिसाब से काम करना पड़ता था। फिर भी उनके द्वारा महज पांच लाख भुगतान किया जा सका है, शेष राशि अब तक नहीं मिल सकी है। पुलिस की माने तो प्रकरण की जांच के बाद अब इसमें कुछ और आरोपी भी बन सकते है।

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