दो साल से चल रही है योजना दो साल से यह योजना कागजों में ही चल रही है। इसका प्रोजेक्ट भी तैयार है और जमीन भी आरक्षित हो चुकी है किंतु जमीन का उपयोग परिवर्तन (डायवर्शन) नहीं होने से इसमें कोई प्रगति नहीं हो पा रही थी। बीच में आरडीए में न तो अध्यक्ष ही रहे और न ही सीईओ के रूप में पर्याप्त समय का कोई अधिकारी ही था। हालांकि अध्यक्ष और अन्य पद तो आज भी रिक्त ही है लेकिन सीईओ के रूप में पूर्व में रतलाम में डिप्टी कलेक्टर रह चुकी निशा डामर के आने के बाद यह पद भर गया है। सूत्र बताते हैं कि इसके बाद ही ठप सी पड़ी योजनाओं में कुछ प्रगति दिखाई देने लगी है।
योजना की लागत १७५ करोड़ के लगभग मेहंदीकुई बालाजी मंदिर के पीछे २.४९ हैक्टेयर क्षेत्र में बनने वाले गोल्ड पार्क के निर्माण पर १६० करोड़ से ज्यादा राशि खर्च होना है। इसमें जमीन की कीमत ही ९२ करोड़ से ज्यादा हो रही है जबकि गोल्ड पार्क के भवन के निर्माण पर लगभग ७५ करोड़ रुपए खर्च होना है।
यह हो सकता है गोल्ड पार्क में गोल्ड पार्क में १००० दुकानें, शोरुम, मेकिंग यूनिट, रेस्टोरेंट, बैंक की शाखा, पुलिस चौकी, प्रशासनिक भवन बनेगा। अभी जमीन आरक्षण के बाद इसका उपयोग परिवर्तन नहीं हो पाया होने से यह योजना प्रोजेक्ट से बाहर नहींं निकल पाई है। अब इस पर नए सिरे से काम हो सकता है।
इन सर्वे नंबरों की है जमीन सर्वे नंबर ————– रकबा (हैक्टेयर में) —– आरक्षित रकबा (हैक्टेयर में) १०० —————- ०.१९० —————–०.१९० १०४ —————- ०.५८० —————- ०२८० १०५ —————- ०.०२० —————- ०.०२०
१०६/२ ————– २.३१० —————- १.६०० १०८/२ ————– २.४०० —————- ०.३०० ११६ —————- ०.४८० —————- ०.१०० कुल ६ ————– ५.९८० —————- २.४९०