रतलाम के मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसरों सहित बड़े पदों की भर्ती की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। अब तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों की भर्तियों की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। राज्य सरकार ने रतलाम के मेडिकल कॉलेज में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों की स्वीकृति दे दी है। इस स्वीकृति के अनुसार करीब एक हजार पदों पर भर्तियां होना है। यूं कहा जा सकता है कि मेडिकल कॉलेज में बंपर पदों पर भर्ती होने वाली है। यह पहला मौका है जब शहर में किसी संस्था में इतनी बड़ी संख्या में पदों पर भर्तियां होना है। इससे सीधेतौर पर मध्यप्रदेश सहित देशभर के लोगों को रोजगार मिलने की आस जागी है।
सबसे ज्यादा नर्सिंग स्टॉफ मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसरों, सहायक प्रोफेसरों, एसोसिएट प्रोफेसरों के साथ ही कुछ अन्य पदों की भर्तियां हो चुकी है। ये सीधी भर्तियां थी किंतु अब बचे हुए पदों के लिए अलग से भर्तियां की जाएंगी। इनमें सबसे ज्यादा पद नर्सिंग स्टॉफ के लिए है। मेडिकल कॉलेज या स्वास्त्य के क्षेत्र में नर्सिंग स्टॉफ का सबसे बड़ा योगदान होता है। इसीलिए साढ़े चार सौ से ज्यादा पद केवल नर्सिंग स्टॉफ के लिए ही होंगे।
सुरक्षा कर्मचारियों के भी पद रहेंगे मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों की भर्ती तो होगी ही साथ ही सुरक्षा के लिए भी कर्मचारियों की अलग से मांग बनेगी। इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों के माध्यम से गार्ड रखे जाएंगे। इनकी संख्या कितनी होगी फिलहाल तय नहीं है किंतु इतने बड़े कॉलेज के लिए काफी संख्या में सुरक्षा गार्ड की जरुरत लगना तय है। मेडिकल कॉलेज सूत्र बताते हैं कि कॉलेज के हर विभाग में गार्ड रखे जा सकते हैं।
इन पदों पर निकली हैं भर्तियां नर्सिंग स्टॉफ – 466
टेक्नीशियन – 32 सहायक टेक्नीशियन – 26
फार्मासिस्ट ग्रेड – 2 – 24 लैब अटेंडेंट – 29
ड्रेसर – 18 रिकॉर्ड क्लर्क – 20
स्टेनो टाइपिस्ट – 09
टेक्नीशियन – 32 सहायक टेक्नीशियन – 26
फार्मासिस्ट ग्रेड – 2 – 24 लैब अटेंडेंट – 29
ड्रेसर – 18 रिकॉर्ड क्लर्क – 20
स्टेनो टाइपिस्ट – 09
शेष करीब 400 पद वार्ड ब्वाय, आयाबाई, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, सुरक्षाकर्मियों के होंगे। मिल गई पदों की स्वीकृति मेडिकल कॉलेज में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के लिए स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही इन पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मेडिकल कॉलेज शुरू होने से पहले यह सारी प्रक्रियाएं पूरी की जाना है। इनको भरने के लिए आवेदन करने होंगे।
डॉ. संजय दीक्षित, डीन मेडिकल कॉलेज, रतलाम