आदेश के मुताबिक शिक्षकों के प्रशासकीय स्थानांतरण करने के लिए 15 से २३ नवंबर तक की अवधि के लिए वर्तमान में लागू प्रतिबंध को शिथिल कर दिया गया है। यानि २३ नवंबर तक जिलों के कलेक्टर शिक्षा विभाग के अधिकारियों से प्रस्ताव लेकर प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से तबादले कर सकेंगे। बताया जाता है कि इस अवधि में जिला संवर्ग के शिक्षकों के जिला अंतर्गत स्थानांतरण जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा पोर्टल जनरेटेड सूची पर जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रभारी मंत्री के अनुमोदन प्राप्त करने के उपरांत किए जा सकेंगे।
ये बिंदू रहेंगे तबादले के
तबादले मुख्य रूप से अतिशेष शिक्षकों का अन्य शिक्षकविहिन तथा शिक्षकों की कमी वाली शालाओं में पदांकन, रिक्त पदों की पूर्ति, न्यायालयीन निर्णय के अनुपालन, गंभीर शिकायतों, पदोन्नति तथा प्रतिनियुक्ति से वापसी के प्रकरणों तथा प्रशासनिक दृष्टि से जरुरी होने पर किए जाएंगे। रिक्त स्थानों की श्रंखला बनाना प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा जिला संवर्ग के शिक्षकों के प्रशासकीय स्थानांतरण के अतिरिक्त अन्य समस्त प्रकार के स्थानांतरणों पर स्थानांतरण की नीति अनुसार प्रतिबंध लागू रहेगा।
बेमौसम तबादला नीति हो गई जारी
तबादला नीति बेमौसम जारी हो गई है जो किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। पिछले महीनों में थोकबंद तबादले किए गए थे। इससे स्कूलों में अव्यवस्थाएं उत्पन्न हो गई थी। पढ़ाई का माहौल अब स्कूलों में बनने लगा और फिर से तबादलों की नीति जारी होने से पढ़ाई पर असर पडऩा तय है। सरकार को तबादला नीति जारी करना ही थी तो ग्रीष्मावकाश में या सत्र शुरू होने से पहसे करना थी।
सर्वेश कुमार माथुर, जिलाध्यक्ष मप्र शिक्षक संघ, रतलाम
तबादले मुख्य रूप से अतिशेष शिक्षकों का अन्य शिक्षकविहिन तथा शिक्षकों की कमी वाली शालाओं में पदांकन, रिक्त पदों की पूर्ति, न्यायालयीन निर्णय के अनुपालन, गंभीर शिकायतों, पदोन्नति तथा प्रतिनियुक्ति से वापसी के प्रकरणों तथा प्रशासनिक दृष्टि से जरुरी होने पर किए जाएंगे। रिक्त स्थानों की श्रंखला बनाना प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा जिला संवर्ग के शिक्षकों के प्रशासकीय स्थानांतरण के अतिरिक्त अन्य समस्त प्रकार के स्थानांतरणों पर स्थानांतरण की नीति अनुसार प्रतिबंध लागू रहेगा।
बेमौसम तबादला नीति हो गई जारी
तबादला नीति बेमौसम जारी हो गई है जो किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। पिछले महीनों में थोकबंद तबादले किए गए थे। इससे स्कूलों में अव्यवस्थाएं उत्पन्न हो गई थी। पढ़ाई का माहौल अब स्कूलों में बनने लगा और फिर से तबादलों की नीति जारी होने से पढ़ाई पर असर पडऩा तय है। सरकार को तबादला नीति जारी करना ही थी तो ग्रीष्मावकाश में या सत्र शुरू होने से पहसे करना थी।
सर्वेश कुमार माथुर, जिलाध्यक्ष मप्र शिक्षक संघ, रतलाम