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उपधान तप आराधक धार्मिक क्रिया कर कठोर तपस्या में लीन

locationरतलामPublished: Oct 18, 2019 06:09:35 pm

Submitted by:

Akram Khan

उपधान तप आराधक धार्मिक क्रिया कर कठोर तपस्या में लीन

उपधान तप आराधक धार्मिक क्रिया कर कठोर तपस्या में लीन

उपधान तप आराधक धार्मिक क्रिया कर कठोर तपस्या में लीन

रतलाम। गच्छाधिपति नित्यसेन सूरीश्वर मसा की निश्रा में श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ धाम पर चल रहे पावनीय चातुर्मास महोत्सव में उपधान तप आराधक नित्य धार्मिक क्रियाएं कर कठोर तपस्या में लीन हैं।

प्रवचन के दौरान मुनिराज डॉ सिद्धरत्नविजय मसा ने कहा कि तप,त्याग, धर्म, आराधना, साधना को जीवन की एक डोर में पिरोकर व्यवहार करना चाहिए। जिस प्रकार पतंग धागे से बंधा रहता है ओर वह लम्बी ऊंचाइयों को प्राप्त कर लेता है व जब डोर टूट जाती है तो पतंग नीचे आ जाती है इसी प्रकार जीवन मे गलत व्यवहार करने वाला भी लंबी उड़ान नहीं भर सकता है व समाज में उसे नीचा देखना पड़ता है जीवन में धर्म, आराधना, साधना करने से मोक्ष मार्ग को प्राप्त किया जा सकता है। सभी लाभार्थियो का पारसमल धींग परिवार राकोदा द्वारा बहुमान किया गया। साथ ही दीवानमल बाबेल परिवार द्वारा मुनिराज तारकरत्नविजय मसा व मुनिराज प्रशमसेन विजय मसा के जन्मदिवस व बाबेल परिवार की बिटियंा महिमा बाबेल व विनोद के उपधान तप आराधना निमित्त दोपहर में श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ धाम पर चौबीसी का आयोजन किया गया।
त्योहार की बाजार में दिखी रौनक
आलोट. सोयाबीन की आवक के साथ नगर में त्योहारी चहल-पहल बढ गई है । आसपास के गांवों में कही सोयाबीन फसल कटाई के साथ-साथ मशीन से निकालने का कार्य तो कही सोयाबीन तैयार की जाकर बाजार में लाकर बेची जा रही है । किसानों के मुताबिक किसी के यहां प्रति बीघा खेत से एक से डेढ क्विंटल तो किसी के खेत से दो क्विंटल से अधिक की सोयाबीन पैदावार बैठ रही है । सबसे बुरी हालत तो उन खेतों की बताई जा रही हैए जिनमें जलभराव था। ऐसे खेतों की फसलें लेना सोने से घडावन महंगी होने जैसी स्थिति है। गुरुवार को करवाचौथ पर्व एवं सोयाबीन बाजार में आने से रौनक दिखाई दी। महिलाओं व ग्रामीणो ने दुकानों पर पहुंचकर आवश्यक खरीदारी की। हालांकि दीपोत्सव अभी दूर है।
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