महापौर और निगम सभापति के झगड़े में इस साल अब तक नगर निगम का बजट पास नहीं हो पाया है। इसी बात की आड़ लेकर के निगम के जिम्मेदार वार्डों में पार्षदों द्वारा बताए जाने वाले निर्माण कार्य नहीं करवा रहे हैं। इसके उलट इन्हीं जिम्मेदारों की कुछ खास पार्षदों पर इतनी मेहरबानी है कि बिना वर्क आर्डर के ही उनके वार्डों में लाखों के कार्य शुरू करवा दिए गए हैं। ठेकेदार ने भी बिना वर्क आर्डर लिए और निगम से कोई अनुबंध किए ही आधा कार्य कर दिया है। जी हां यह काम है वार्ड क्रमांक २४ स्थित ओझाखाली के नाला निर्माण का है। निविदा के अनुसार इस कार्य पर २१ लाख रुपए खर्च होना है। फिलहाल यहां काम आधा हो चुका है और बचा हुआ कार्य बंद पड़ा हुआ है।
जनवरी में निकाली गई थी निविदा वार्ड क्रमांक 24 के ओझाखाली में नाला निर्माण के लिए नगर निगम ने जनवरी माह में ऑनलाइन निविदा निकाली थी। इस कार्य के कार्य के टेंडर खरीदने के लिए 23 जनवरी और अंतिम रूप से फाइनेंशियल बीड देने की तारीख १९ फरवरी तय की गई थी। इस तारीख तक प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद जीश्री एंड छाजेड़ कंस्ट्रक्शन की दरें कम आने से फाइनल किया गया किंतु सबसे अहम बात यह है कि फर्म से अब तक नगर निगम का न अनुबंध हुआ है और न ही निगम ने उसे वर्क आर्डर जारी किया गया है।
इस वार्ड पर भी मेहरबानी नगर निगम के जिम्मेदार कुछ वार्डों और पार्षदों पर मेहरबान दिखाई दे रहे हैं। वार्ड क्रमांक 24 ओझाखाली के 21 लाख के नाले का काम बिना वर्क आर्डर के शुरू करवा दिया तो बरसात में लगभग सारे वार्डों में काम बंद पड़ा है। बावजूद इसके वार्ड क्रमांक तीन के जवाहरनगर क्षेत्र में धड़ल्ले से सीमेंट कांक्रीट के कार्य कराए जा रहे हैं। बरसात में कीचड़ से परेशान रहवासियों के सामने नई समस्या खड़ी हो गई है। सीमेंट कांक्रीट के लिए खोदी गई सड़क दोहरी समस्या बन गई है। बरसात में लोगों का घर से निकलना और घरों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।
————– ओझाखाली नाले की फैक्ट फाइल कार्य की लागत — 21 लाख रुपए धरोहर राशि —— 42000 रुपए निविदा जारी करने की तारीख —– 22 जनवरी 2018 टेंडर फार्म खरीदी की अंतिम तारीख —- 13 फरवरी 2018
टेंडर बीड जमा करने की तारीख ——- 13 फरवरी 2018 तकनीकी बीड जमा करने की तारीख —- 16 फरवरी 2018 फीजिकल प्रस्ताव जमा करने की तारीख —– 19 फरवरी 2018 फाइनेंशियल बीड खोलने की तारीख —- 20 फरवरी 2018
————- बिना वर्क आर्डर नहीं करते कोई काम बिना वर्क आर्डर के कोई काम नहीं करते हैं। इतनी सारी फाइलें हैं और एकदम नहीं बता सकते हैं कि क्या है मामला। यह जरुर है कि सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही काम शुरू किया जाता है।
एसके सिंह, निगम आयुक्त ————- मिली है जानकारी बिना वर्क आर्डर हो रहा काम रमजान के पहले ओझाखाली में नाला खोल दिया गया था। इससे रमजान के दौरान आने-जाने वाले लोगों को परेशानी तो हुई पाइप लाइन फोड़ दी गई थी तब मैं स्वयं वहां देखने गया था। पाइप लाइन में गंदा पानी नहीं जाए इसलिए तुरंत सुधरवाई गई। जहां तक नाला निर्माण बिना वर्क आर्डर के होने की बात है तो मुझे भी इस तरह की जानकारी मिली है कि बिना वर्क आर्डर के इसका निर्माण किया जा रहा है। ऐसा है तो यह पूरी तरह गलत है क्योंकि निगम आयुक्त दूसरे वार्डों में कार्य नहीं करवा रहे हैं और यहां बिना वर्क आर्डर के कार्य हो रहा है। अभी यह नाला अधूरा ही पड़ा हुआ है जो लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ है।
प्रेम उपाध्याय, नेता पक्ष, नगर निगम ————- तीन साल से रिक्त पद जब से मैंने इस्तीफा दिया तब से जनकार्य समिति के प्रभारी का पद रिक्त पड़ा है। इसलिए इस विभाग पर किसी का नियंत्रण नहीं है और इस वजह से इस तरह के कारनामे हो रहे हैं। बिना वर्क आर्डर के किसी भी तरह का निर्माण नहीं कराया जा सकता है। जिन्होंने भी बिना वर्क आर्डर के यह कार्य करवाया है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाना चाहिए।
अरुण राव, पूर्व प्रभारी जनकार्य समिति ———— मामला दिखवाते हैं यह कार्य निगम आयुक्त और इंजीनियर देखते हैं। बिना वर्क आर्डर के कार्य हो रहा है जो नहीं होना चाहिए। मैं निगम आयुक्त से जानकारी लेती हूं कि आखिर मामला क्या है।
डॉ. सुनीता यार्दे, महापौर ————– बिना वर्क आर्डर के नहीं हो रहा काम कोई भी काम बिना वर्क आर्डर के नहीं किया जा रहा है। काफी समय पहले से यह नाला बनाने का चल रहा है। तब टेंडर होकर वर्क आर्डर भी जारी हुआ था किंतु बाद में निरस्त हो गया। अब नए सिरे से प्रक्रिया की गई है। अभी बरसात होने की वजह से काम बंद हैं। मेरी जानकारी के अनुसार बिना वर्क आर्डर के यह काम नहीं हो रहा है।
यास्मिन शैरानी, वार्ड पार्षद