स्कूल बसों में मनमर्जी की फीस स्कूल संचालक न वसूल सके उसके लिए शासन ने फीस नियामक समिति का गठन करते हुए बैठक आयोजित कर फीस तय करने की बात कही थी, लेकिन तब से लेकर अब तक शासन के इस निर्देश को स्थानीय प्रशासन अमल में नहीं ला सका है। एेसे में नए सत्र के चालू होने के बाद अभिभावकों ने शुरुआती दौर की फीस भी जमा कर दी है, लेकिन उन्हें इसमें अब तक कोई राहत नहीं मिल सकी है। अभिभावकों की जेब पर अतिरिक्त भार हीं पढ़े इसी बात को ध्यान में रखते हुए शासन ने समिति गठित कर बैठक करने की बात कही थी।
हर स्कूल की अपनी गाइड लाइन
वर्तमान में स्कूल बसों में फीस को लेकर हर स्कूल ने अपनी अलग गाइड लाइन बना रखी है और वह उसी के मुताबिक अभिभवकों से फीस वसूल रहे है। एेसे में सीधे तौर पर अभिभावकों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है, लेकिन वह चाह कर भी इस मामले की शिकायत नहीं कर पाते है। यदि कोई शिकायत करें तो उसके बच्चे को बेवजह स्कूल में परेशान किए जाने का डर हर पल अभिभावकों को सताता है, जिसके चलते वह इससे बचते नजर आते है।
वर्तमान में स्कूल बसों में फीस को लेकर हर स्कूल ने अपनी अलग गाइड लाइन बना रखी है और वह उसी के मुताबिक अभिभवकों से फीस वसूल रहे है। एेसे में सीधे तौर पर अभिभावकों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है, लेकिन वह चाह कर भी इस मामले की शिकायत नहीं कर पाते है। यदि कोई शिकायत करें तो उसके बच्चे को बेवजह स्कूल में परेशान किए जाने का डर हर पल अभिभावकों को सताता है, जिसके चलते वह इससे बचते नजर आते है।
इनका कहना है
जल्द करेंगे बैठक
– फीस नियामक समिति की बैठक जल्द आयोजित कर उसमें शैक्षणिक संस्थाओं की बसों की फीस तय की जाएगी। बैठक में समिति जो निर्णय लेगी उसे अमल में लाया जाएगा।
डॉ. कैलाश बुंदेला, एडीएम
जल्द करेंगे बैठक
– फीस नियामक समिति की बैठक जल्द आयोजित कर उसमें शैक्षणिक संस्थाओं की बसों की फीस तय की जाएगी। बैठक में समिति जो निर्णय लेगी उसे अमल में लाया जाएगा।
डॉ. कैलाश बुंदेला, एडीएम