Congress latest hindi news” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2018/07/27/chp-27071824_3405245-m.jpeg”>दिग्विजयसिंह सबसे पहले सिंह करमदी पहुंचे। यहां पर उन्होंने चयनीत कार्यकर्ताओं की बैठक ली। बैठक में उन्होंने एकता का पाठ पढ़ाया। कांगे्रस रहेगी तो हम रहेंगे, सरकार बनाना है तो पहले कांगे्रस, फिर खुद के बारे में सोचना होगा, जैसी बात की। इसके बाद वे सर्किट हाउस पहुंचे। यहां इनके पहुंचने पर समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। जब बात टिकट के दावेदारों की आई तो वे भी पीछे नहीं रहे, दावेदारों के समर्थकों ने भी नेता के पक्ष में नारेबाजी की।
बगैर मिले चले गए इस बीच सिंह को तय लोगों से मिलना था। नाम पहले से तय थे। शहरकाजी अहमद अली पहुंचे तो मिलने वालों की सूची में नाम नहीं होने पर उनको रोक दिया गया। इसके बाद शहर काजी के साथ आए लोगों ने हंगामा कर दिया। बाद में प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शहर काजी बगैर मिले चले गए। इन बस के बीच जिला कांगे्रस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश भरावा व शहर काजी के साथ आए लोगों के बीच गरमागर्म बहस भी हुई।
ये बोले सिंह मीडिया से मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कहा कि मोदी सरकार एक्ट्रोसिटी एक्ट के नाम पर राजनीति करवा रही है। जब देश में संविधान बना, तब से लेकर जब तक कांगे्रस की सरकार रही, कभी विवाद नहीं हुआ, पहले इन्होंने इस एक्ट के साथ छेड़छाड़ की। ये हमेशा समाज के कमजोर वर्ग के विरोधी रहे है व पुंजीपतियों का साथ देते है। राफेल डील के मामले में मोदी सरकार पर सिंह ने बड़ा हमला करते हुए कहा कि विपक्ष में रहते भाजपा ने इसका विरोध किया। अब सरकार में है तो खुद ही डील की। यूपीए सरकार 550 करोड़ में जो डील कर रही थी, उसको इन्होंने 1650 करोड़ रुपए से अधिक में किया।
गुजरात में जमा हुए नोट ङ्क्षसह ने कहा कि नोटबंदी तो फेल हो गई। ये सामने आ गया है कि नोटबंदी के दौरान सबसे अधिक काला धन गुजरात के सहकारी बैंकों में भाजपा नेताओं ने जमा किया। जब सिंह से सवाल किया कि वे कमलनाथ या ज्योतिरादित्य सिंधिया में से किसका समर्थन मुख्यमंत्री के लिए करेंगे तो सिंह ने कहा कि ये निर्णय विधायक दल करेगा।