एसडीएम ने मंडी व्यापारियों कहा कि झटक-फटक बंद कर दे, और खुलकर अपनी समस्या बताए,ताकि उसका निराकरण किया जा सके। इस पर व्यापारियों ने कहा कि गंदगी बहुत होती है, साफ सफाई नियमित नहीं हो रही है। माल खरीदने के बाद उसे सफाई करने के का नियत स्थान नही है। अधिक आवक के समय रात्रि ११ बजे प्रवेश दिया जाए। ट्राली नीलाम करवाया जाए, व्यापारियों के पास जगह की कमी है, इसलिए अनाज मंडी के गोडाउन-वेयर हाउस जो मंडी के अंदर उन्हे किराये पर दे तो काफी राहत मिल सकती है। लहसुन-प्याज मंडी को शीघ्र से शीघ्र काम शुरू हो तो भी काफी परेशानी दूर हो जाएगी। सरकारी हम्मालों की व्यवस्था कराई जाए, स्पाट तौल बंद करवाकर भर्ती सिस्टम लागू करवाया जाए। एसडीएम भारसाधक अधिकारी ने मंडी निरीक्षण कर नियमानुसार समस्या करने को कहा। बैठक में व्यापारी प्रकाश जादव, पंकज बाफना, सलीम मोहम्मद, निलेश बाफना, गोपाल माली, अमीत जैन, प्रदीप शर्मा, पंकज अग्रवाल, रितेश बाफना, इब्राहिम कुरैशी आदि उपस्थित थे।
नामली उप मंडी में किसान दूसरी नीलामी के दौरान व्यापारी नदारत हो गए और जो कुछ थे उन्होंने किसानों की उपज का सहीं भाव नहीं लगाया इस कारण से किसान भड़क गए, मंडी प्रशासन की लचर व्यवस्था पर आक्रोशित होकर जमकर हंगामा किया। जैसे ही मामले की शिकायत कलेक्टर के पास पहुंची, नामली तहसीलदार और मंडी सचिव एमएल बारसे मौके पर पहुंचे। व्यापारियों और किसानों को समझाईश देकर मामले को शांत किया। किसानों का कहना था कि प्रथम नीलामी के बाद सेकेंड नीलामी में व्यापारी हिस्सा लेने ही नहीं आए और जो कुछ थे वे किसानों का गेहूं ओने पोने दाम में खरीद रहे थे। भाव १५५० से १७५० तक ही लगाते देख किसान भड़क गए। किसानों का कहना था कि जबकि समर्थन मूल्य गेहूं का १८४० रुपए घोषित किया हुआ है, ये इतने कम भाव कैसे लगा सकते है।
मंडी के सभी व्यापारी भी नीलामी में शामिल नहीं हो रहे है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारी के सामने नीलामी प्रक्रिया कराने की बात पर किसान माने। नामली मंडी प्रांगण प्रभारी नब्बूसिंह मईड़ा ने बताया कि सेकेंड नीलामी में कई व्यापारियों ने भाग नहीं लिया था। कई व्यापारी शादि में चले गए थे। वैसे १०-१२ व्यापारी है, लेकिन दूसरी नीलामी में ५-७ थे। किसानों की उपज के भाव कम लगाए जाने के बाद विवाद हुआ था। शुक्रवार को वरिष्ष्ठ अधिकारियों के सामने नीलामी कार्य करवाया जाएगा।
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी केंद्रों का कलेक्टर रुचिका चौहान ने गुरुवार को निरीक्षण किया। साथ में पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी भी थे। ताल मंडी में समर्थन मूल्य पर की जा रही गेहूं खरीदी का निरीक्षण किया गया। मंडी सचिव को निर्देशित किया कि किसानों के लिए पीने के पानी की उचित व्यवस्था की जाए। विभिन्न स्थानों पर ठंडे पानी से भरी नांद रखी जाए। किसानों के लिए छाया की पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश भी सचिव को दिए। आलोट क्षैत्र के बरखेड़ा कला में भी कलेक्टर ने समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन कार्य का निरीक्षण किया। किसानों से संपर्क करने में ढीला रवैया अपनाने पर कलेक्टर द्वारा संस्था प्रबंधक को नोटिस देने के लिए एसडीएम को निर्देश दिए। ताल क्षैत्र के ही तालोद पाटन में वेयर हाउस पर बनाए गए खरीदी केंद्र का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर ने यहां भी पेयजल की उचित व्यवस्था हेतु निर्देशित किया। इसके साथ ही गेहूं तुलाई के लिए पर्याप्त स्थान बनाने के निर्देश दिए। यहां कार्य की धीमी गति पर भी असंतोष व्यक्त किया। वहां मौजूद किसानों से अनुरोध किया कि अपने गेहूं तुलाई के समय यह ध्यान रखें कि आपके गेहूं की मात्रा तुलाई में ज्यादा नहीं जाए। यह हिदायत कलेक्टर ने तुलावटी को भी दी।