औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि मोहन नगर में मुर्गे लड़ाकर हजारों का जुआ खेला जा रहा है। जानकारी मिलते ही थाने से टीम रवाना हुई और मौके पर जाकर दबिश दी। पुलिस ने यहां से मोहन नगर निवासी अमजद हुसैन, न्यू काजीपुरा निवासी युसुफ खान मेवाती, हाकीमवाड़ा निवासी साजिद अब्बासी, चिंगीपुरा निवासी जुबैर खान और विरियाखेड़ी निवासी रुस्तम भाटी को पकड़ा। पुलिस ने इनके पास से 8180 रुपए की नकदी और दो लड़ाकू मुर्गे भी जब्त किए है।
दबिश पड़ते मची भगदड़
दोपहर में पुलिस ने जब मोहन नगर में पहुंचकर दबिश दी तो वह क्षेत्र में भगदड़ मच गई। दरअसल यहां कुछ लोग मुर्गे की लड़ाई देखने के लिए जमे थे और आरोपी युवक मुर्गे पर दाव लगवा रहे थे। इस बीच पुलिस के अचानक पहुंचते ही अन्य लोग यहां से गायब हो गए। पुलिस ने मुर्गे लड़वाने के मामले में दो युवकों को मौके से पकड़ा और उन पर दावं लगाने वालों को पकड़ सभी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
दोपहर में पुलिस ने जब मोहन नगर में पहुंचकर दबिश दी तो वह क्षेत्र में भगदड़ मच गई। दरअसल यहां कुछ लोग मुर्गे की लड़ाई देखने के लिए जमे थे और आरोपी युवक मुर्गे पर दाव लगवा रहे थे। इस बीच पुलिस के अचानक पहुंचते ही अन्य लोग यहां से गायब हो गए। पुलिस ने मुर्गे लड़वाने के मामले में दो युवकों को मौके से पकड़ा और उन पर दावं लगाने वालों को पकड़ सभी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
कालू और पिल्लू पर था दाव
मुर्गे की लड़ाई में एक मुर्गा अमजद का काले रंग का था, जिसका नाम कालू था। वहीं दूसरा मुर्गा युसुफ का था, जिसका नाम पिल्लू है। इन दोनों मुर्गों को लड़ाई के दौरान अन्य तीन युवक इस पर पैसे लगाकर जुआ खेल रहे थे। दोनों मुर्गे भी करीब दो-दो हजार रुपए कीमत के होना बताए जा रहे है।
मुर्गे की लड़ाई में एक मुर्गा अमजद का काले रंग का था, जिसका नाम कालू था। वहीं दूसरा मुर्गा युसुफ का था, जिसका नाम पिल्लू है। इन दोनों मुर्गों को लड़ाई के दौरान अन्य तीन युवक इस पर पैसे लगाकर जुआ खेल रहे थे। दोनों मुर्गे भी करीब दो-दो हजार रुपए कीमत के होना बताए जा रहे है।