वहीं दूसरी और इस पूरे मामले में बालिका गृह के अध्यक्ष व सचिव पर लगे आरोपों व कार्रवाई के बाद शनिवार को जावरा से कुछ लोग एसपी कार्यालय पहुंचे। यहां पर सभी ने एसपी गौरव तिवारी से मुलाकात की। जावरा से विभिन्न संस्था व समाजजनों ने उक्त प्रकरण में दोनों पर हुई कार्रवाई को गलत बताया। इनका कहना था कि इस पूरे मामले में इन दोनों का किसी प्रकार से कोई हाथ नहीं है। इनका कसूर सिर्फ ये था कि ये लोग संस्था के अध्यक्ष और सचिव है।
चेक पर करते थे हस्ताक्षर
जावरा से आए लोगों की बात सुनकर एसपी का कहना था कि अभी संबंधितों के खिलाफ एफआईआर हुई है, न कि उन्हे सजा हुई है। पुलिस की विवेचना में इस मामले में हर स्तर पर जांच की जाएगी। उसके बाद उसमें जो भी तथ्य निकालकर सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी, लेकिन फिलहाल अध्यक्ष व सचिव के द्वारा चेक पर हस्ताक्षर करने की बात सामने आई है। एसपी का कहना था कि बच्चों की देख-रेख का जिम्मा अध्यक्ष व सचिव होने के नाते उन दोनों पर भी था। एसपी की ये बात सुनकर सभी लोग वापस लौट गए।
जावरा से आए लोगों की बात सुनकर एसपी का कहना था कि अभी संबंधितों के खिलाफ एफआईआर हुई है, न कि उन्हे सजा हुई है। पुलिस की विवेचना में इस मामले में हर स्तर पर जांच की जाएगी। उसके बाद उसमें जो भी तथ्य निकालकर सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी, लेकिन फिलहाल अध्यक्ष व सचिव के द्वारा चेक पर हस्ताक्षर करने की बात सामने आई है। एसपी का कहना था कि बच्चों की देख-रेख का जिम्मा अध्यक्ष व सचिव होने के नाते उन दोनों पर भी था। एसपी की ये बात सुनकर सभी लोग वापस लौट गए।