मुख्यमंत्री चौहान स्वयं 15 सितम्बर को प्रात: 10 से 10:30 बजे के बीच डेंगू के विरूद्ध इस अभियान में फॉगिंग, लारवा नष्ट करने, जल जमाव को खाली करने जैसी डेंगू से बचाव और नियंत्रण संबंधी गतिविधियों में भाग लेंगे। मुख्यमंत्री चौहान वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग से कम वैक्सीनेशन और डेंगू प्रभावित जिलों के कलेक्टरों से वर्चुअली चर्चा कर रहे थे। डेंगू प्रकोप के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री चौहान ने कलेक्टर रतलाम कुमार पुरुषोत्तम से भी चर्चा की। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री को जिले में डेंगू प्रकोप के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि शीघ्र अति शीघ्र जिले में डेंगू पर कंट्रोल कर लिया जाएगा।
शहर में 1 लाख पंपलेट घर-घर बांटे जाएंगे जिले में डेंगू नियंत्रण पर समीक्षा के लिए एक बैठक कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम द्वारा शुक्रवार को आयोजित की गई। कलेक्टर ने कहा कि डेंगू नियंत्रण के लिए जनजागरूकता सबसे ज्यादा जरूरी है। बैठक में मौजूद निगमायुक्त श्री सोमनाथ झारिया को निर्देश दिया कि डेंगू पर जनजागरूकता संबंधि जानकारी देने वाले एक लाख पेम्पलेट रतलाम शहर में घर-घर पहुंचाया जाए। घरों पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पेम्पलेट में अंकित जानकारी पढ़कर सुनाएंगी और वितरित करेंगी। बैठक में सीईओ जिला पंचायत मीनाक्षीसिंह, अपर कलेक्टर जमुना भिड़े, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे आदि उपस्थित थे।
कर्मचारी सम्मिलित रहेंगे कलेक्टर ने निर्देश दिए कि शहर में डेंगू नियंत्रण के लिए चार दलों का गठन किया जाए जिसमें नगर निगम के अलावा राजस्व तथा मलेरिया विभाग के कर्मचारी सम्मिलित रहेंगे। यह दल शहर में डेंगू नियंत्रण के लिए सतत कार्य करेंगे। जलजमाव हटाने, मच्छर नियंत्रण, फागिंग जैसे कार्य करवाने के साथ ही लोगों में जागरूकता भी लाएंगे। गठित दल केवल डेंगू नियंत्रण के लिए ही कार्य करेंगे, उनको अन्य किसी कार्य में नहीं लगाया जाएगा। प्रत्येक दल को वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश भी निगमायुक्त को दिए गए।
बैठक 11 सितंबर को शहर में डेंगू नियंत्रण तथा शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन पर चर्चा के लिए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा एक बैठक 11 सितंबर को प्रातः 11:00 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई है। बैठक में जनप्रतिनिधि तथा पूर्व पार्षदगण उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य भी मौजूद रहेंगे।