सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल रतलाम के 1989 बैच के 35 छात्रों का दल रविवार को 30 वर्ष बाद फिर से एकत्रित हुआ। वर्तमान की भागदौड़ भरी जिदंगी में सब कहीं ना कहीं व्यस्त थे, लेकिन अपने जीवन के सबसे आनंददायक दौर के मित्रों के एक साथ एकत्रित होने का सुख सभी छात्रों को अकल्पनीय और अवर्चनीय लगा। इसकी शुरुआत अजय पिरोदिया, विजय चौधरी और डॉ. शैफाली शर्मा इंदौर के प्रयासो से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर की गई थी। जिसमें एक-एक कर 50 के करीब स्कूली साथी जुड़ते चले गए।
चर्चा की थी तो साथ आने का बना प्लान
स्कूली सफर में साथ रहे छात्रों के ग्रुप में ही एक साथ एक जगह पुन: मिलने की चर्चा शुरू हुई और रविवार को रतलाम में मिलना तय हुआ। इस स्टूडेंट रीयूनियन में रतलाम से विजय चौधरी, नीरज यादव, नितिन सेठी, कपिल वर्मा, रोमेश विघ, आराधना, शराफत, सतीश, एमडी सोनी, सुधीर जोशी, प्रतीश जैन, कुंदन सोनी, विश्वास चौधरी, विजयलक्ष्मी, सीबी रावत, यूएस नागले व अभय जैन शामिल थे, इन सभी ने पुराने दिनों को याद किया।
ऑस्ट्रेलिया और अरुणाचल से वीसी के जरिए संदेश
इस मिलन समारोह में नीलू भारद्वाज नीमच, जावेद खान, संजय मखीजा भोपाल, राकेश जैन, कामना जैन, सोनल पंडित, नील पंडित, डॉ. शेफाली शर्मा, उदय करकरे, अजय सेठिया इंदौर से आये थे। सभी ने अपने स्कूली जीवन के बाद भी बीते 3 दशकों के अनुभवों को एक दूसरे के साथ साझा किया। सभी पूर्व छात्र बच्चों की तरह नाच-गाना, खेलकूद के साथ अपने बचपन को याद करते हुए मौजमस्ती करते रहे। ऑस्ट्रेलिया से तरुण और अरुणाचल प्रदेश से रितेश भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस रियूनियन से जुड़े। अंत में जल्द ही फिर मिलने के साथ के वादे के साथ सभी स्कूली मित्रों ने एक दूसरे को विदाई दी। अरुणाचल प्रदेश से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रितेश श्रीवास्तव ने अपनी लिखी एक कविता भी मित्रों को समर्पित करते हुए भेजी।