रतलाम. जिला चिकित्सालय परिसर में चिलचिलाती हुई इस तेज धूप में रखें हुए लोहे के स्ट्रेचर जो अत्यधिक गर्म हो रहे है। गुरुवार को दोपहर करीब १.१० बजे
यहां एम्बुलेंस पहुंचे। इसमें एक बुर्जूग को उतारा गया, जो पहले से ही दर्द से तड़प रहा था, लेकिन जैसे ही उसे इस स्ट्रेचर पर लेटाया गया, उसके मुंह से सबसे तपाक से निकला, अरे गरम है भय्या, क्या कर रहे हो, मुझे उतारा। बदन पर कपड़े भी
नहीं और इस तरह गर्म स्टे्रचर ने उसके दर्द को और बढ़ा दिया।
यहां भी नहीं मिली राहत स्ट्रेचर से अंदर पहुंचा मरीज जो अपना नाम खेलीश्वर बता रहा था। उसने बताया
यहां भी नहीं मिली राहत स्ट्रेचर से अंदर पहुंचा मरीज जो अपना नाम खेलीश्वर बता रहा था। उसने बताया
कि गिरने के कारण उसकी पीठ में चोट लग गई। इस कारण वह उठ भी नहीं पा रहा है और यहीं उसकी तकलीफ का कारण है। स्टे्रचर पर ही परीक्षण तो कर लिया
गया, लेकिन जब तक वार्ड में ले जाया जाता, वहीं पर वह तड़पता रहा और मदद की गुहार लगाता रहा। परीक्षण के दौरान स्टे्रचर पर १५ मिनट इंतजार जिला चिकित्सालय में धूप में गर्म हुए स्टे्रचर पर मरीज को अस्पताल के अंदर ले
ले जाया गया। जहां स्टे्रचर से उतारना भी उसे किसी ने मुनासिफ नहीं समझा और इसी पर उसका परीक्षण किया गया। इसके बाद वार्ड में भर्ती परचे से लेकर अन्य अन्य प्रक्रिया पूरी होने तक वह जैसे के तैसे स्ट्रेचर पर ही रहा। करीब १५ मिनट
के बाद उसे वार्ड की और भेजा गया। इस दौरान पूरे समय वह दर्द से करहाता हुआ कांप रहा था और स्ट्रेचर से नीचे गिरने का डर बया करता रहा, लेकिन उसके
किसी भी शब्द का किसी पर कोई असर नहीं पड़ा।
किसी भी शब्द का किसी पर कोई असर नहीं पड़ा।
चिलचिलाती धूप में रखें स्ट्रेचर
अस्पताल के बाहर चिलचिलाती धूप में सभी स्ट्रेचर रखें हुए है। धूप के कारण स्टे्रचर गर्म होकर यहां आने वाले मरीजों के लिए आफत बन रहे है। यहां उपचार
के लिए आने वाली रोगी को अस्पताल के अंदर जाने से पहले इन गर्म लोहे के स्ट्रेचर की तपन झेलना पड़ती है। अस्पताल में हर दिन की यही कहानी है, बावजूद इस व्यवस्था में सुधार के लिए कवायद नहीं नहीं हो पा रही है।
छावं में रखवाएंगे
छावं में रखवाएंगे
धूप में रखनें के कारण स्ट्रेचर गर्म हो जाता है यह सही है। इसे छावं में रखवाएंगे। जरुरत पडऩे पर फिर उतरवा लिए जाएंगे। -डॉ.दीप व्यास,प्रभारी सिविल सर्जन, रतलाम